Prayagraj News: तीन दिन में दूसरी बार सीमांचल एक्सप्रेस से मानव तस्करी, 18 बच्चे बरामद, एक नेपाल का भी शामिल
Prayagraj Junction : सीमांचल एक्सप्रेस में एक बार फिर छापेमारी करके जीआरपी, आरपीएफ सहित अन्य टीमों ने करीब 18 बच्चों को बरामद किया है। इसमें एक बच्चा नेपाल का भी शामिल है।
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जोगबनी से आनंद विहार टर्मिनल जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस ट्रेन नंबर (12487) में मानव तस्करी की सूचना पर तीन दिन में दूसरी बार छापा मारा। जीआरपी, आरपीएफ और एएचटीयू संयुक्त छापामारी में 30 बच्चों को उतारा गया। इनमें 12 बालिग निकलने पर छोड़ दिया गया। जबकि 18 बच्चे नाबालिग होने सभी को चाइल्ड लाइन की कार्रवाई के बाद बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) सौंप दिया गया है।
पूछताछ में अपने भाई, माता-पिता के पास तो किसी बच्चे ने पढ़ाई के लिए दिल्ली जाने की बात कही है। मंगलवार को इसी ट्रेन में 10 नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू किया गया था, जिन्हें फाफामऊ शेल्टर होम में रखा गया है। बृहस्पतिवार देर-रात जीआरपी ने मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। वहीं, शुक्रवार को फिर 47 बच्चों की तस्करी की सूचना पर कंट्रोल रूम ने अलर्ट जारी किया।
सूचना पर जीआरपी, आरपीएफ, एएचटीयू और चाइल्ड लाइन की टीम शुक्रवार सुबह 11:30 से 11:50 बजे के बीच जंक्शन प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंची। टीम ने ट्रेन के सभी स्लीपर कोच और जनरल डिब्बे में छापा मारा। इस दौरान 30 बच्चे ऐसे मिले जो पुलिस टीम का सही जवाब नहीं दे सके। जिसके बाद सभी को नीचे उतार लिया गया। इन बच्चों के साथ कोई अभिभावक नहीं था। बच्चों का सत्यापन शुरू किया गया तो 18 नाबालिग मिले। ये भी बच्चे बिहार के कटिहार, अररिया, पूर्णिया आदि जिलों की रहने वाले हैं।
कई बच्चे बार-बार बदल रहे बयान
पुलिस जांच में पता चला कि बरामद बच्चे मे एक बच्चा नेपाल का रहने वाला था। उसने बताया कि वह दिल्ली में भाई के घर जा रहा है। वहीं अधिकतर बच्चों ने कहा कि वह दिल्ली में पढ़ाई करने जा रहे हैं। जबकि तीन बच्चों ने दिल्ली में काम करने की बात बताई है। बच्चों का बयान दर्ज करने के बाद उनके परिजनों को बुलाया गया है।
डरे-सहमे थे सभी बच्चे
ट्रेन से उतारते ही सभी बच्चे डर गए। किसी भी बच्चे के साथ माता-पिता नहीं थे। ट्रेन में ही एक बच्ची से पुलिस ने पूछा कि बेटी ये आपके साथ कौन है तो पहले उसने कहा कि ये मेरी दीदी है। फिर कहा बुआ है। इस तरह का जवाब सुनकर पुलिस का शक और गहरा गया। वहीं, एसपी जीआरपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि काउंसलिंग और सीडब्ल्यूसी के आदेश के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।