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Amethi News: महोना पश्चिम और इन्हौना में आईटीआई संचालन की तैयारी
संवाद न्यूज एजेंसी, अमेठी
Updated Mon, 22 Dec 2025 12:26 AM IST
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बाजारशुकुल। इंटर पास युवाओं को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने की दिशा में क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहल हुई है। प्रधानमंत्री जन विकास योजना अंतर्गत बाजारशुकुल क्षेत्र के महोना पश्चिम और सिंहपुर के इन्हौना गांव में आठ-आठ लाख रुपये से आईटीआई भवन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। औपचारिक अनुमति मिलने के बाद आगामी शैक्षिक सत्र से यहां प्रशिक्षण कक्षाएं शुरू होने की उम्मीद है।
शुरुआती चरण में इन दोनों आईटीआई संस्थानों का संचालन प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल पर प्रस्तावित था। इस व्यवस्था में भवन सरकारी रहता, जबकि शिक्षण सामग्री और अन्य व्यवस्थाएं निजी संस्था संभालती। अब योजना में परिवर्तन किया गया है। दोनों आईटीआई का संचालन राजकीय स्तर पर किए जाने की तैयारी चल रही है। जानकारी के अनुसार संस्थानों का संचालन उत्तर प्रदेश राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के अधीन होगा। इससे छात्रों को मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण के साथ प्रमाणपत्र भी मिल सकेंगे।
नए सत्र से इन दोनों आईटीआई में 12 तकनीकी ट्रेड में प्रशिक्षण शुरू करने की योजना बनाई गई है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने की संभावना बढ़ेगी। अब तक क्षेत्र में आईटीआई कॉलेज न होने से छात्र-छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के लिए बाराबंकी और अयोध्या जनपद जाना पड़ता था। स्थानीय स्तर पर आईटीआई शुरू होने से यह समस्या दूर होगी।
विधायक सुरेश पासी ने बताया कि राजकीय आईटीआई कॉलेज शुरू होने से बाजारशुकुल समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों के युवाओं को अपने क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा मिलेगी। स्थानीय लोगों में भी इस पहल को लेकर उत्साह है। शुभम ओझा, रियाज अहमद, संतोष शुक्ल, आरिफ, बिलाल अहमद, रिफाकत, राम विशाल ओझा, केडी मिश्रा और दानियाल अहमद ने कहा कि आईटीआई में तकनीकी प्रशिक्षण के लिए दूसरे जिलों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
गौरीगंज राजकीय आईटीआई कॉलेज के प्रधानाचार्य विवेक कुमार ने बताया कि दोनों संस्थानों को राजकीय आईटीआई के रूप में संचालित करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। औपचारिक स्वीकृति मिलते ही नए सत्र से प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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शुरुआती चरण में इन दोनों आईटीआई संस्थानों का संचालन प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप मॉडल पर प्रस्तावित था। इस व्यवस्था में भवन सरकारी रहता, जबकि शिक्षण सामग्री और अन्य व्यवस्थाएं निजी संस्था संभालती। अब योजना में परिवर्तन किया गया है। दोनों आईटीआई का संचालन राजकीय स्तर पर किए जाने की तैयारी चल रही है। जानकारी के अनुसार संस्थानों का संचालन उत्तर प्रदेश राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के अधीन होगा। इससे छात्रों को मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण के साथ प्रमाणपत्र भी मिल सकेंगे।
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नए सत्र से इन दोनों आईटीआई में 12 तकनीकी ट्रेड में प्रशिक्षण शुरू करने की योजना बनाई गई है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने की संभावना बढ़ेगी। अब तक क्षेत्र में आईटीआई कॉलेज न होने से छात्र-छात्राओं को तकनीकी शिक्षा के लिए बाराबंकी और अयोध्या जनपद जाना पड़ता था। स्थानीय स्तर पर आईटीआई शुरू होने से यह समस्या दूर होगी।
विधायक सुरेश पासी ने बताया कि राजकीय आईटीआई कॉलेज शुरू होने से बाजारशुकुल समेत आसपास के ग्रामीण इलाकों के युवाओं को अपने क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा मिलेगी। स्थानीय लोगों में भी इस पहल को लेकर उत्साह है। शुभम ओझा, रियाज अहमद, संतोष शुक्ल, आरिफ, बिलाल अहमद, रिफाकत, राम विशाल ओझा, केडी मिश्रा और दानियाल अहमद ने कहा कि आईटीआई में तकनीकी प्रशिक्षण के लिए दूसरे जिलों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
गौरीगंज राजकीय आईटीआई कॉलेज के प्रधानाचार्य विवेक कुमार ने बताया कि दोनों संस्थानों को राजकीय आईटीआई के रूप में संचालित करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। औपचारिक स्वीकृति मिलते ही नए सत्र से प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
