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Balrampur News: बिना बताए गर्भपात करने में नर्सिंग होम सील
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बलरामपुर के उतरौला में नर्सिंग होम सील करवाती टीम ।-स्रोत: विभाग
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उतरौला। बिना अनुमति गर्भपात कराने के आरोप में नगर में संचालित यादव नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है। शनिवार को महिला ने डीएम से शिकायत की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया। सीएमओ डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि मामले की जांच हो रही है। मामले में विधिक कार्रवाई भी कराई जाएगी। संचालक से आरोपों के संबंध में जवाब मांगा गया है।
जोगी भारी गांव की पीड़ित महिला संगीता का कहना था कि वह दो माह की गर्भवती थी। कुछ परेशानी हुई तो इलाज के लिए 26 अक्तूबर को नर्सिंग होम गईं। पति घर पर नहीं थे इसलिए वह अकेली ही यादव नर्सिंग होम में डॉ. अजय यादव से परामर्श लेने गई थीं। आरोप लगाया कि जांच के नाम पर उन्हें इंजेक्शन दिया गया, जिसके बाद वह बेहोश हो गईं। होश आने के बाद उसने खुद को बेहद कमजोर पाया और उसके कपड़ों व शरीर की स्थिति से उन्हें अंदेशा हुआ। घबराई महिला तुरंत बाहर निकली और अगले दिन अल्ट्रासाउंड कराया। रिपोर्ट में गर्भपात की पुष्टि हुई। संगीता का आरोप है कि नर्सिंग होम के डॉक्टर और स्टाफ ने बिना उनकी अनुमति और जानकारी के गर्भपात करा दिया।
नर्सिंग होम का चक्कर काटती रही, नहीं हुई सुनवाई
पीड़िता का कहना है कि उसने डॉक्टर और स्टाफ से कई बार पूछा कि उसके साथ क्या किया गया है, लेकिन उसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उलटे उससे कहा गया कि अब जो हुआ, हो गया… इलाज करा लो। इससे आहत महिला ने थाने और उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की। कोई कार्रवाई न होने पर जिलाधिकारी को पूरी बात बताई। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में व्यवस्था बेहद संदिग्ध थी और इलाज कराने आने वाली महिलाओं को बिना जानकारी दवाएं व इंजेक्शन दे दिए जाते हैं।
जांच में अप्रशिक्षित स्टाफ मिला, अभिलेख भी दुरुस्त नहीं
पंजाब नेशनल बैंक के पास संचालित यादव नर्सिंग होम की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार देर शाम जांच की। टीम को मौके पर अस्पताल में अप्रशिक्षित स्टाफ, मानक सुविधाओं का अभाव मिला और अस्पताल संचालन के लिए आवश्यक दस्तावेज नहीं मिले। कार्रवाई के दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा। टीम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार श्रीवास्तव और सीएचसी अधीक्षक उतरौला डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह शामिल रहे। एसीएमओ ने बताया कि अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों से कोई प्रशिक्षण प्रमाणपत्र या योग्यता नहीं मिली। कई वार्डों में आवश्यक उपकरण ही नहीं थे। संचालक अस्पताल संचालन से जुड़े कोई कागज भी प्रस्तुत नहीं कर सका। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि अस्पताल में जाने-पहचाने डॉक्टरों की तैनाती नहीं थी।
पंजीकरण है, लेकिन आरोप गंभीर
यादव नर्सिंग का पंजीकरण तो है, लेकिन आरोप गंभीर है। जांच में कई अन्य खामियां भी मिली हैं। फिलहाल अस्पताल सील कर जांच की जा रही है। जिलाधिकारी को पूरे मामले की रिपोर्ट भेजी जाएगी।
- डॉ. मुकेश रस्तोगी, सीएमओ
आरोप गलत, गर्भपात नहीं किया गया
एक नर्सिंग होम की साजिश से आरोप लगाए गए हैं। अस्पताल का पंजीकरण है, पीड़ित महिला का गर्भपात नहीं किया गया है। उनका गर्भ खराब हो गया था, अवशिष्ट निकाला गया था। जांच टीम को पूरे साक्ष्य उपलब्ध कराए जाएंगे।
- डाॅ. अजय यादव, संचालक यादव नर्सिंग होम
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नर्सिंग होम का चक्कर काटती रही, नहीं हुई सुनवाई
पीड़िता का कहना है कि उसने डॉक्टर और स्टाफ से कई बार पूछा कि उसके साथ क्या किया गया है, लेकिन उसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उलटे उससे कहा गया कि अब जो हुआ, हो गया… इलाज करा लो। इससे आहत महिला ने थाने और उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की मांग की। कोई कार्रवाई न होने पर जिलाधिकारी को पूरी बात बताई। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में व्यवस्था बेहद संदिग्ध थी और इलाज कराने आने वाली महिलाओं को बिना जानकारी दवाएं व इंजेक्शन दे दिए जाते हैं।
जांच में अप्रशिक्षित स्टाफ मिला, अभिलेख भी दुरुस्त नहीं
पंजाब नेशनल बैंक के पास संचालित यादव नर्सिंग होम की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार देर शाम जांच की। टीम को मौके पर अस्पताल में अप्रशिक्षित स्टाफ, मानक सुविधाओं का अभाव मिला और अस्पताल संचालन के लिए आवश्यक दस्तावेज नहीं मिले। कार्रवाई के दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा। टीम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार श्रीवास्तव और सीएचसी अधीक्षक उतरौला डॉ. चंद्र प्रकाश सिंह शामिल रहे। एसीएमओ ने बताया कि अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों से कोई प्रशिक्षण प्रमाणपत्र या योग्यता नहीं मिली। कई वार्डों में आवश्यक उपकरण ही नहीं थे। संचालक अस्पताल संचालन से जुड़े कोई कागज भी प्रस्तुत नहीं कर सका। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि अस्पताल में जाने-पहचाने डॉक्टरों की तैनाती नहीं थी।
पंजीकरण है, लेकिन आरोप गंभीर
यादव नर्सिंग का पंजीकरण तो है, लेकिन आरोप गंभीर है। जांच में कई अन्य खामियां भी मिली हैं। फिलहाल अस्पताल सील कर जांच की जा रही है। जिलाधिकारी को पूरे मामले की रिपोर्ट भेजी जाएगी।
- डॉ. मुकेश रस्तोगी, सीएमओ
आरोप गलत, गर्भपात नहीं किया गया
एक नर्सिंग होम की साजिश से आरोप लगाए गए हैं। अस्पताल का पंजीकरण है, पीड़ित महिला का गर्भपात नहीं किया गया है। उनका गर्भ खराब हो गया था, अवशिष्ट निकाला गया था। जांच टीम को पूरे साक्ष्य उपलब्ध कराए जाएंगे।
- डाॅ. अजय यादव, संचालक यादव नर्सिंग होम