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Hardoi News: डिजिटल एक्सरे मशीन बनाने के लिए फिर कवायद
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हरदोई। मेडिकल कॉलेज में लगी डिजिटल एक्सरे मशीन को बनाने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। करीब 40 दिन पहले एक्सरे हेड ट्यूब बदलने के बाद भी मशीन चल नहीं पाई थी। पीसीबी में फिर से गड़बड़ी आ गई और मशीन बंद हो गई थी। हालांकि, एक बार फिर अभियंताओं ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर मशीन को दुरुस्त कराने की कवायद शुरू कर दी है।
मेडिकल काॅलेज की डिजिटल एक्सरे मशीन इस साल पांचवीं बार खराब हुई है और अब बनाई जा रही है। मशीन जनवरी में सही की गई थी। जैसे तैसे अप्रैल तक काम हुआ। अप्रैल में मशीन का प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) खराब हुआ। इसी बीच विद्युत आपूर्ति नियंत्रित करने को लगा सरवो भी खराब हो गया। आठ जुलाई को मशीन बनाई गई लेकिन कुछ घंटों में ही खराब हो गई।
दो अगस्त को मशीन दोबारा बनी और महज 20 दिन चली, बीती 22 अगस्त को फिर खराब हो गई थी। एक्सरे हेड ट्यूब खराब होने से मशीन काम नहीं कर रही है। 18 सितंबर को एक्सरे हेड ट्यूब डाली गई लेकिन मशीन काम नहीं कर पाई। अब 40 दिन बाद फिर कंपनी के अभियंता प्रद्युम्न और आसिफ ने मशीन की मरम्मत शुरू की। बताया जा रहा है कि मशीन को बनाने के बाद ट्रायल लिया जाएगा।
दिन भर में 40 मरीजों के हो पाए एक्सरे
हरदोई। डिजिटल मशीन खराब होने के बाद से अभी तक पोर्टेबल मशीन से काम लिया जा रहा था। मंगलवार को एक्सरे कराने के लिए काफी भीड़ थी। इसी बीच कार्यदायी संस्था के अभियंता मशीन बनाने पहुंच गए। ऐसे में सिर्फ 40 मरीजों के एक्सरे हो सके और बाकियों को बैरंग लौटना पड़ा।
मेडिकल काॅलेज की डिजिटल एक्सरे मशीन इस साल पांचवीं बार खराब हुई है और अब बनाई जा रही है। मशीन जनवरी में सही की गई थी। जैसे तैसे अप्रैल तक काम हुआ। अप्रैल में मशीन का प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (पीसीबी) खराब हुआ। इसी बीच विद्युत आपूर्ति नियंत्रित करने को लगा सरवो भी खराब हो गया। आठ जुलाई को मशीन बनाई गई लेकिन कुछ घंटों में ही खराब हो गई।
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दो अगस्त को मशीन दोबारा बनी और महज 20 दिन चली, बीती 22 अगस्त को फिर खराब हो गई थी। एक्सरे हेड ट्यूब खराब होने से मशीन काम नहीं कर रही है। 18 सितंबर को एक्सरे हेड ट्यूब डाली गई लेकिन मशीन काम नहीं कर पाई। अब 40 दिन बाद फिर कंपनी के अभियंता प्रद्युम्न और आसिफ ने मशीन की मरम्मत शुरू की। बताया जा रहा है कि मशीन को बनाने के बाद ट्रायल लिया जाएगा।
दिन भर में 40 मरीजों के हो पाए एक्सरे
हरदोई। डिजिटल मशीन खराब होने के बाद से अभी तक पोर्टेबल मशीन से काम लिया जा रहा था। मंगलवार को एक्सरे कराने के लिए काफी भीड़ थी। इसी बीच कार्यदायी संस्था के अभियंता मशीन बनाने पहुंच गए। ऐसे में सिर्फ 40 मरीजों के एक्सरे हो सके और बाकियों को बैरंग लौटना पड़ा।