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Jalaun News: मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल छात्रों के स्कॉलरशिप आवेदन अटके
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उरई। राजकीय मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप आवेदन न हो पाने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्र सुबह से शाम तक कॉलेज के चक्कर काटने को मजबूर हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।
छात्रों का कहना है कि कभी उपस्थिति कम होने की बात कहकर आवेदन रोक दिया जाता है, तो कभी रिन्यूवल न होने या थम्ब (अंगूठा) न लग पाने का हवाला दिया जाता है। कई बार सर्वर की समस्या बताकर उन्हें लौटा दिया जाता है। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप आवेदन की अंतिम तिथि की भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है।
पैरामेडिकल के कुल छह सेक्शन हैं। इनमें प्रत्येक में 25-25 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इसके बावजूद अब तक केवल लगभग 200 छात्रों के ही स्कॉलरशिप आवेदन भरे जा सके हैं, जबकि करीब 500 छात्र-छात्राएं अब भी आवेदन से वंचित हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि संबंधित लिपिक उन्हें बुला तो लेते हैं, लेकिन सही और स्पष्ट जानकारी नहीं देते, जिससे उन्हें पूरा दिन इंतजार में बिताना पड़ता है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ छात्र-छात्राओं ने बताया कि वे पिछले चार दिनों से लगातार स्कॉलरशिप आवेदन के लिए आ रहे हैं, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से उनका आवेदन नहीं हो पा रहा है। इस स्थिति के चलते छात्र न तो नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित हो पा रहे हैं और न ही उनका काम आगे बढ़ पा रहा है। छात्र-छात्राओं ने प्रशासन से जल्द समस्या का समाधान कर स्कॉलरशिप आवेदन प्रक्रिया सुचारु रूप से शुरू कराने की मांग की है।
वर्जन
एमबीबीएस, नर्सिंग और पैरामेडिकल के छात्रों की स्कॉलरशिप का कार्य चल रहा है। लेकिन समाज कल्याण की वेबसाइट न खुलने और बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंट की समस्या से स्कॉलरशिप का काम प्रभावित हो रहा है। अंतिम तिथि 10 जनवरी है, समय पर सभी छात्र-छात्राओं के स्कॉलरशिप के सत्यापन का कार्य पूरा हो जाएगा।
डॉ. अरविंद त्रिवेदी, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज
नए पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण किया
कालपी। एसडीएम मनोज कुमार सिंह व एसीएमओ डॉ.अरविंद भूषण ने बुधवार को कदौरा और कालपी के नए पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मानकों को परखा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की शर्तों एवं मान्यता के नियमों का बारीकी से परीक्षण किया। (संवाद)
दो दिन से डिजिटल एक्सरे का काम ठप, मरीज परेशान
उरई। जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे सेवा ठप होने से मरीज परेशान हो रहे हैं। अस्पताल में रोजाना एक सैकड़ा से अधिक मरीज पूरे जिले से एक्सरे कराने आते हैं। यहां मरीजों से एक्सरे का कोई शुल्क नहीं लगता है। जबकि मेडिकल कॉलेज में भी एक्सरे के लिए अलग से शुल्क देकर रसीद कटवानी पड़ती है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज से इलाज वहां का लेकिन मुफ्त एक्सरे कराने के लिए भी मरीज जिला अस्पताल की ओर दौड़ लगाते हैं। मंगलवार को तकनीकी खराबी के कारण जिला अस्पताल की डिजिटल एक्सरे सेवा बाधित हो गई। सीएमएस डॉ. आनंद उपाध्याय का कहना है कि मशीन में तकनीकी समस्या आई है, संबंधित कंपनी को अवगत करा दिया गया है। जल्द समस्या दूर हो जाएगी। (संवाद)
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छात्रों का कहना है कि कभी उपस्थिति कम होने की बात कहकर आवेदन रोक दिया जाता है, तो कभी रिन्यूवल न होने या थम्ब (अंगूठा) न लग पाने का हवाला दिया जाता है। कई बार सर्वर की समस्या बताकर उन्हें लौटा दिया जाता है। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप आवेदन की अंतिम तिथि की भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है।
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पैरामेडिकल के कुल छह सेक्शन हैं। इनमें प्रत्येक में 25-25 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इसके बावजूद अब तक केवल लगभग 200 छात्रों के ही स्कॉलरशिप आवेदन भरे जा सके हैं, जबकि करीब 500 छात्र-छात्राएं अब भी आवेदन से वंचित हैं।
छात्रों ने आरोप लगाया कि संबंधित लिपिक उन्हें बुला तो लेते हैं, लेकिन सही और स्पष्ट जानकारी नहीं देते, जिससे उन्हें पूरा दिन इंतजार में बिताना पड़ता है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ छात्र-छात्राओं ने बताया कि वे पिछले चार दिनों से लगातार स्कॉलरशिप आवेदन के लिए आ रहे हैं, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से उनका आवेदन नहीं हो पा रहा है। इस स्थिति के चलते छात्र न तो नियमित रूप से कक्षाओं में उपस्थित हो पा रहे हैं और न ही उनका काम आगे बढ़ पा रहा है। छात्र-छात्राओं ने प्रशासन से जल्द समस्या का समाधान कर स्कॉलरशिप आवेदन प्रक्रिया सुचारु रूप से शुरू कराने की मांग की है।
वर्जन
एमबीबीएस, नर्सिंग और पैरामेडिकल के छात्रों की स्कॉलरशिप का कार्य चल रहा है। लेकिन समाज कल्याण की वेबसाइट न खुलने और बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंट की समस्या से स्कॉलरशिप का काम प्रभावित हो रहा है। अंतिम तिथि 10 जनवरी है, समय पर सभी छात्र-छात्राओं के स्कॉलरशिप के सत्यापन का कार्य पूरा हो जाएगा।
डॉ. अरविंद त्रिवेदी, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज
नए पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण किया
कालपी। एसडीएम मनोज कुमार सिंह व एसीएमओ डॉ.अरविंद भूषण ने बुधवार को कदौरा और कालपी के नए पंजीकृत अल्ट्रासाउंड सेंटरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मानकों को परखा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की शर्तों एवं मान्यता के नियमों का बारीकी से परीक्षण किया। (संवाद)
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उरई। जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे सेवा ठप होने से मरीज परेशान हो रहे हैं। अस्पताल में रोजाना एक सैकड़ा से अधिक मरीज पूरे जिले से एक्सरे कराने आते हैं। यहां मरीजों से एक्सरे का कोई शुल्क नहीं लगता है। जबकि मेडिकल कॉलेज में भी एक्सरे के लिए अलग से शुल्क देकर रसीद कटवानी पड़ती है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज से इलाज वहां का लेकिन मुफ्त एक्सरे कराने के लिए भी मरीज जिला अस्पताल की ओर दौड़ लगाते हैं। मंगलवार को तकनीकी खराबी के कारण जिला अस्पताल की डिजिटल एक्सरे सेवा बाधित हो गई। सीएमएस डॉ. आनंद उपाध्याय का कहना है कि मशीन में तकनीकी समस्या आई है, संबंधित कंपनी को अवगत करा दिया गया है। जल्द समस्या दूर हो जाएगी। (संवाद)
