ISI Spy Case: आयुध निर्माणी पहुंची ATS, कर्मियों से पूछताछ कर दर्ज किए बयान, दस्तावेज ले गए…सॉफ्टवेयर भी जांचा
Kanpur News: विकास के वर्कस्टेशन पर मौजूद दस्तावेज खंगालने के बाद टीम उनमें से कुछ दस्तावेजों को अपने साथ ले गई। इस दौरान टीम में मौजूद साइबर एक्सपर्ट ने कंप्यूटर के हार्डवेयर और साफ्टवेयर को जांचा।

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कानपुर में आयुध निर्माणी कानपुर में जासूसी के मामले में कुमार विकास की कुंडली खंगालने के लिए खुद एडीजी एटीएस नीलाब्जा चौधरी ने कमान संभाल ली है। सूत्रों के मुताबिक टीम लगभग बारह बजे जांच करने पहुंची और दो बजे वापस लखनऊ के लिए रवाना हो गई। उन्होंने कुमार विकास के वर्कस्टेशन के हर हिस्से को खंगाला। साथ ही उसे जानने वाले लोगों से पूछताछ कर एक दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए। लगभग दो घंटे पूछताछ करने के बाद टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई।

बीती 19 मार्च को एटीएस ने कुमार विकास को गिरफ्तार किया था। विकास ने एटीएस की पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए। उसने एटीएस को बताया था कि पाकिस्तान की आईएसआई एजेंट ने नेहा शर्मा बनाकर को उसने संपर्क किया। उसके झांसे में आने के बाद नेहा को फैक्टरी का डेटा भेजा था। निरीक्षण के दौरान एटीएस की टीम ने उस कंप्यूटर को भी खंगाला जिसे आरोपी इस्तेमाल करता था।
जांच टीम देख रही, जानकारी खुद जुटाई या साथी से ली
कुमार विकास को जानने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। किस तरह से डिपार्टमेंट को डील करता था। आरोपी और नेहा की चैट से रिकवर दस्तावेजों व जानकारियों को लेकर जांच की गई। समझा कि कौन सी जानकारी या फोटो कहां से ली गई। यह समझने का प्रयास किया कि भेजी गई जानकारी या फोटो-दस्तावेज उसने खुद जुटाए या किसी साथी की मदद ली। इस दौरान जनवरी से गिरफ्तारी के दिन तक हर विभाग से जुड़े रास्तों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी अपने कब्जे में ली।
दस्तावेज ले गए, सॉफ्टवेयर भी जांचा
विकास के वर्कस्टेशन पर मौजूद दस्तावेज खंगालने के बाद टीम उनमें से कुछ दस्तावेजों को अपने साथ ले गई। इस दौरान टीम में मौजूद साइबर एक्सपर्ट ने कंप्यूटर के हार्डवेयर और साफ्टवेयर को जांचा। सूत्रों के मुताबिक टीम यह जानकारी जुटाना चाहती थी कहीं कुमार विकास ने किसी तरह का वायरस इंटरनल सिस्टम में तो नहीं छोड़ दिया था। हालांकि टीम को ऐसा कोई सुराग नहीं मिला।