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बीमा रकम के लिए मां को मार डाला, भाई के बेटे ने खोल दी पोल
टीम डिजिटल, अमर उजाला, कानपुर
Updated Thu, 04 May 2017 10:44 PM IST
सार
हत्या के बाद कार से एक्सीडेंट का रूप देने की कोशिश
पुलिस ने कार कब्जे में ली, दोनों पुत्र हिरासत में
पुलिस का दावा, दोनों भाइयों ने जुर्म कबूला
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डेमो
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विस्तार
कलयुग में ऐसा शायद ही सुनने को मिले जब एक बेटा खुद अपने हाथों से अपनी मां को मौत के घाट उतार दे। दरअसल, धरती पर जिस रिश्ते को भगवान का दर्जा हासिल है उसे कैसे कोई कलंकित कर सकता है। ये ख्याल जहन में पहले आता है। बच्चे जिस मां के आचल में पलकर बड़े होते हैं वह हमेशा यही चाहते हैं कि उनकी औलाद कबिल बने लेकिन यहां तो...
कलयुगी बेटों की करतूत
यहां तो बेटों ने ही मां का कत्ल कर दिया। बता दें बेटों ने मां को चित्रकूट ले जाकर कार से रौंद दिया। साजिश का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर दोनों हत्यारोपी पुत्रों को भी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया।
भाई के बेटे ने खोली पोल
फतेहपुर जिले के बिंदकी थाना क्षेत्र के ठिठौरा निवासी रमेश सिंह की पत्नी गुड़्डी देवी बुधवार शाम बड़े बेटे अमर सिंह के साथ चित्रकूट दर्शन करने गईं। वहां से लौटते समय तिंदवारी थाना क्षेत्र के बेंदाघाट के पास कार की टक्कर में गुड्डी देवी की मौत हो गई। अमर सिंह को भी चोटें आईं। अमर सिंह ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने भी सड़क दुर्घटना मानकर मामला दर्ज कर लिया। लेकिन दूसरे दिन गुड्डी देवी की मौत की पोल रमेश के भाई के बेटे अक्षय प्रताप ने खोल दी।
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
उसने पुलिस को बताया कि घर में खड़ी कार में खून के धब्बे लगे हैं और गुड्डी देवी के कपड़ों के टुकड़े फंसे हैं। हत्या की आशंका पर पुलिस ने अमर सिंह उर्फ मोनू और उसके भाई राहुल सिंह उर्फ पप्पी को हिरासत में ले लिया। उनकी निशानदेही पर ठिठौरा गांव से कार भी बरामद कर ली। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। इसके बाद थानाध्यक्ष आनंद सिंह ने पूरे मामले का खुलासा किया।
इस वजह से की हत्या
15 दिन पहले मां का बीमा कराया था। बीमा राशि के लिए दोनों बेटों ने मां की हत्या की साजिश रची। बाइक पर बैठी मां गुड्डी को अमर सिंह ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया और राहुल सिंह ने कई बार कार चढ़ाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। दरअसल ठिठौरा गांव निवासी रमेश सिंह खेती बाड़ी करते हैं। करीब 27 बीघा खेत के मालिक रमेश ने धीरे-धीरे सवा 11 बीघा खेत बेच दिया। इस पैसे से कार, ट्रैक्टर व बाइक खरीदी। बेटी की शादी व पत्नी का बीमा भी कराया। तीनों बेटियों की शादी कर दी। तीन बेटों में दो शादीशुदा हैं, जबकि एक छोटा है। 18 अप्रैल को छोटी बेटी की शादी की थी।
15 दिन पहले कराया था 4.5 लाख की बीमा
दोनों पुत्रों ने सात माह पहले मृतका का पांच लाख और 15 दिन पूर्व साढ़े चार लाख रुपये का बीमा कराया था। इसी राशि को हड़पने के लिए सड़क दुर्घटना की साजिश रची। मृतका गुड्डी देवी की पहली पालिसी में अमर और दूसरी पालिसी में राहुल नॉमिनी है।
हत्या पर नहीं मिलता क्लेम
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक सादिक न्याजी ने बताया कि बीमा ग्राहक और कंपनी के बीच करार जैसा है। पालिसी में जो नामिनी होगा लाभ उसी को मिलता है। लेकिन, दुर्घटना या स्वभाविक मौत पर ही क्लेम होता है। दुर्घटना में मौत पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट जरूरी होती है। बीमा राशि के लालच में हत्या करने पर लाभ नहीं मिलेगा। यह अपराध की श्रेणी में आ गया। तीसरा पक्ष प्रार्थना पत्र देकर बीमा क्लेम में दावेदारी कर सकता है। इस मामले में मृतका गुड्डी के पति दावेदारी कर सकते हैं।
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कलयुगी बेटों की करतूत
यहां तो बेटों ने ही मां का कत्ल कर दिया। बता दें बेटों ने मां को चित्रकूट ले जाकर कार से रौंद दिया। साजिश का पर्दाफाश होने पर पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर दोनों हत्यारोपी पुत्रों को भी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल किया।
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भाई के बेटे ने खोली पोल
फतेहपुर जिले के बिंदकी थाना क्षेत्र के ठिठौरा निवासी रमेश सिंह की पत्नी गुड़्डी देवी बुधवार शाम बड़े बेटे अमर सिंह के साथ चित्रकूट दर्शन करने गईं। वहां से लौटते समय तिंदवारी थाना क्षेत्र के बेंदाघाट के पास कार की टक्कर में गुड्डी देवी की मौत हो गई। अमर सिंह को भी चोटें आईं। अमर सिंह ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने भी सड़क दुर्घटना मानकर मामला दर्ज कर लिया। लेकिन दूसरे दिन गुड्डी देवी की मौत की पोल रमेश के भाई के बेटे अक्षय प्रताप ने खोल दी।
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
उसने पुलिस को बताया कि घर में खड़ी कार में खून के धब्बे लगे हैं और गुड्डी देवी के कपड़ों के टुकड़े फंसे हैं। हत्या की आशंका पर पुलिस ने अमर सिंह उर्फ मोनू और उसके भाई राहुल सिंह उर्फ पप्पी को हिरासत में ले लिया। उनकी निशानदेही पर ठिठौरा गांव से कार भी बरामद कर ली। पुलिस ने दोनों से पूछताछ की। इसके बाद थानाध्यक्ष आनंद सिंह ने पूरे मामले का खुलासा किया।
इस वजह से की हत्या
15 दिन पहले मां का बीमा कराया था। बीमा राशि के लिए दोनों बेटों ने मां की हत्या की साजिश रची। बाइक पर बैठी मां गुड्डी को अमर सिंह ने धक्का देकर नीचे गिरा दिया और राहुल सिंह ने कई बार कार चढ़ाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। दरअसल ठिठौरा गांव निवासी रमेश सिंह खेती बाड़ी करते हैं। करीब 27 बीघा खेत के मालिक रमेश ने धीरे-धीरे सवा 11 बीघा खेत बेच दिया। इस पैसे से कार, ट्रैक्टर व बाइक खरीदी। बेटी की शादी व पत्नी का बीमा भी कराया। तीनों बेटियों की शादी कर दी। तीन बेटों में दो शादीशुदा हैं, जबकि एक छोटा है। 18 अप्रैल को छोटी बेटी की शादी की थी।
15 दिन पहले कराया था 4.5 लाख की बीमा
दोनों पुत्रों ने सात माह पहले मृतका का पांच लाख और 15 दिन पूर्व साढ़े चार लाख रुपये का बीमा कराया था। इसी राशि को हड़पने के लिए सड़क दुर्घटना की साजिश रची। मृतका गुड्डी देवी की पहली पालिसी में अमर और दूसरी पालिसी में राहुल नॉमिनी है।
हत्या पर नहीं मिलता क्लेम
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक सादिक न्याजी ने बताया कि बीमा ग्राहक और कंपनी के बीच करार जैसा है। पालिसी में जो नामिनी होगा लाभ उसी को मिलता है। लेकिन, दुर्घटना या स्वभाविक मौत पर ही क्लेम होता है। दुर्घटना में मौत पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट जरूरी होती है। बीमा राशि के लालच में हत्या करने पर लाभ नहीं मिलेगा। यह अपराध की श्रेणी में आ गया। तीसरा पक्ष प्रार्थना पत्र देकर बीमा क्लेम में दावेदारी कर सकता है। इस मामले में मृतका गुड्डी के पति दावेदारी कर सकते हैं।