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आफत की बारिश : दर्जनों घर जमींदोज, महिला समेत तीन की मौत
अमर उजाला नेटवर्क, कौशांबी
Published by: इलाहाबाद ब्यूरो
Updated Fri, 17 Sep 2021 12:36 AM IST
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सार
कौशाम्बी जिले में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते लोगों की परेशानी बढ़ गई है। कच्चे मकानों पर बारिश अपना कहर ढा रही है। जिले भर में बड़ी संख्या में मकान धराशायी हो जाने से तीन लोगों की अकाल मौत हो गई, जबकि तमाम लोग घायल हो गए। मकान में दबकर गृहस्थी के सामान भी नष्ट हो गए। लोग खुले आसमान के नीचे आ गए हैं।

Disaster rain: Dozens of houses landed, three including woman died
- फोटो : KAUSHAMBI
विस्तार
दोआबा में गुजरे 48 घंटे से हो रही झमाझम बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बारिश के सीलन ग्रामीण क्षेत्र में दर्जनों घर जमींदोज हो गए हैं। घर के मलबे में दबने से महिला समेत तीन लोगाें की मौत हो गई है। जबकि, कई अन्य घायल हो गए। साथ ही लाखों की गृहस्थी मलबे में दबकर नष्ट हो गई।
बारिश के साथ चली तेज हवाओं के कारण फसलें खेतों में गिर गई हैं। बारिश में हरी सब्जियां डूबकर नष्ट हो गई हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा भरकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं मलबे में दबने से दर्जनों मवेशियों की भी मौत हो गई है।
सिराथू तहसील के कोरी का पुरवा मजरा जवई पंडरी निवासी हीरालाल (70) फेरी कर परिवार का गुजारा करता था। रोजाना की तरह बुधवार शाम भी वह घर के अंदर सो रहा था। रात में बारिश के चलते हीरालाल का कच्चा घर भरभरा कर ढह गया।
मलबे में दबने से हीरालाल जख्मी हो गया। पड़ोसियों ने किसी तरह उसे मलबे से बाहर निकाला और एंबुलेंस से सीएचसी सिराथू भेजा। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां बुजुर्ग की मौत हो गई। पंचनामा भर पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया है। इी तरह चायल तहसील के बिरनेर गांव निवासी प्रेमनारायण का खपरैलनुमा घर रात में भरभरा गया। घर के अंदर सो रहे प्रेम नारायण और उसकी पत्नी मुर्दी (55) दब गई। चीखपुकार सुन जुटे परिजन और पड़ोसियों ने आननफानन मलबा हटाकर दंपती को बाहर निकाला।
गंभीर हालत में निजी वाहन से दोनों को इलाज के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मुर्दी को मृत घोषित कर दिया। बृहस्पतिवार को पंचनामा भरकर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसी तरह सराय अकिल के बुद्धपुरी आंबेडकर नगर निवासी भइया लाल का घर गिरने से उसके एक गाय की दबकर मौत हो गई।
वहीं, सिराथू क्षेत्र के रामपुर बढ़नावा गांव निवासी राजमन खेती किसानी कर परिवार का भरण पोषण करता है। बृहस्पतिवार की सुबह करीब छह बजे राजमन का बेटा सूरज (15) लघुशंका करने के लिए निकला था, तभी दीवार उसके ऊपर गिर गई। जिससे उसकी मौत हो गई। सूरज की मौत से परिजनों में कोहराम है। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बारिश की सीलन से चायल में जमींदोज हुए दर्जन भर घर
लगातार दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से गांवों में हालात बदतर हो गए हैं। बारिश के कारण कच्चे और सीलन भरे मकानों पर पड़ रहा है। बुधवार की रात बारिश से हुई सीलन के कारण चायल तहसील के गांवों में दर्जन भर घर जमींदोज हो गए हैं। सूचना राजस्व विभाग के कर्मचारियों को दे दी गई है।
चायल तहसील के बलहेपुर निवासी कमलेश कुमार मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता है। कमलेश ने बताया कि बुधवार रात उसका कच्चा घर जमींदोज हो गया। इससे हजारों की गृहस्थी भी नष्ट हो गई। इसी प्रकार मदूकी गांव के कमल का दो कमरे का कच्चा मकान गिर जाने के कारण अब वह खुले आसमान में रहने को मजबूर है। चरवा उत्तर थोक निवासी छेदी लाल का एक कमरे का कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया।
इसी प्रकार कसेंदा गांव के किसान छविलाल यादव का दो कमरे का कच्चा घर धराशायी हो गया है। जिससे उसके अनाज, कपड़े, मवेशियों के लिए चारा आदि नष्ट हो गया है। इसी गांव के प्रभाकर सिंह यादव का घर जमींदोज हो गया है। जिससे मवेशियों के लिए रखा हजारों रुपये का चारा नष्ट हो गया।
लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सरकारी दफ्तरों में जलभराव
बुधवार की भोर से शुरू हुई बारिश का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। पूरी रात बरसात के बाद बृहस्पतिवार को भी दिन भर पानी बरसा। इस दौरान कभी तेज, तो कभी हल्की बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खराब मौसम के चलते ज्यादातर लोग घरों में ही कैद रहे। इस बीच बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव हो गया।
ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र की बात तो दूर जिला मुख्यालय पर ही प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया। चौराहे से बाजार वाले मुख्य मार्ग पर तहसील गेट के आगे, डायट मैदान, एसपी कार्यालय परिसर, विकास भवन, सदर ब्लॉक परिसर, संयुक्त जिला चिकित्सालय, साधन सहकारी समिति, बाल किशोर न्याय बोर्ड, सदर कोतवाली आदि कार्यालयों में जलभराव होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतें हुईं। कस्बे के सुमित कुमार व राजेश ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि समय रहते नालियों की समुचित साफ सफाई करा दी गई होती, तो इस प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ता।
हवा के साथ हुई बारिश से फसल गिरीं
48 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जिले के किसानों में खुशी कम, गम अधिक देखने को मिल रहा है। तेज हवा के साथ हुई बारिश के चलते जिले के कई क्षेत्रों में खेत में खड़ी धान की फसल धराशायी हो गई। मुख्यालय से सटे कोर्रों गांव निवासी राम कुमार, रामपाल, दिनई आदि किसानों ने बताया कि उनके खेत में खड़ी धान की फसल बर्बाद हो गई। किसानों का कहना है कि बारिश का सिलसिला नहीं थमा, तो धान समेत अन्य फसलों को व्यापक नुकसान होगा। इसी प्रकार असकरनपुर मंगरोहनी, मवई, पासिनहार, कादीपुर, बिछौरा, भेलखा, टिकरी, टेंगाई, रूप नायारणपुर गोरियों, निहालपुर, चकिया समेत कई अन्य क्षेत्रों में खेत में खड़ी फसल गिर गई।
बारिश में गुल हुई बत्ती, उपभोक्ताओं को हुई परेशानी
बुधवार की भोर से लगातार बारिश के कारण जिले की विद्युत आपूर्ति बेपटरी हो गई। कहीं जर्जर तार टूट गए, तो कहीं ओवरलोड ट्रांसफार्मर जवाब दे गए। इससे संबंधित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बृहस्पतिवार की सुबह बदतर विद्युत आपूर्ति के चलते प्रभावित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सबसे अधिक समस्या पेयजल को लेकर हुई। एक-एक बाल्टी पानी के लिए लोगों को इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ा। शिवपुर बसोहनी, फैजीपुर, हटवा, हाजीपुर पतौना, कोर्रों, बहादुरपुर समेत कई अन्य क्षेत्रों की बिजली गुल रहने से उपभोक्ताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
महिला का मकान जमींदोज
48 घंटे से हो रही बारिश के चलते बुधवार देर रात सदर तहसील के ढोकसहा गांव में बारिश और सीलन के चलते विमला देवी पत्नी माता बदल का मकान जमींदोज हो गया। हालांकि इस दौरान घर में रहे लोगों को मामूली चोटें आईं। जबकि, मलबे में दबने से बर्तन, अनाज, कपड़ा सहित गृहस्थी का तमाम समान नष्ट हो गया है।
जगह-जगह जलभराव से आवागमन में परेशानी
नगर पालिका परिषद के मोती लाल आजाद नगर (कसिया पूरब गांव) का तालाब बारिश से ओवरफ्लो हो गया है। ऐसे में दर्जनों ग्रामीणों के घरों में बारिश का पानी नाली के सहारे घुस गया है। शफीक अहमद के घर से अरविंद कुमार त्रिपाठी के घर तक बसे तालाब के किनारे दर्जनों लोगों के घरों में तालाब का पानी भर गया है। जिससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। तालाब के पानी की निकासी का कोई रास्ता ना होने से सैकड़ों परिवारों के सामने बड़ी समस्या बन गई है। मोहल्ले के इसरार अहमद, बरकतुल्लाह, अकबर अली, मोबीन अहमद, असगर अली, राजू, मसी उल्लाह, इजहार अहमद, सहीदुल्लाह, बरकाती, शीबू बाबा, शिव सिंह आदि के घरों में तालाब का पानी घुस गया है।
बारिश से किसानों की फसल हुई बर्बाद
जिले में 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश व तेज हवा से खेत में खड़ी फसलें गिर गई हैं। हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है। अधिकतर किसानों के धान, बाजरा, मिर्च, कद्दू, पालक, बरबटी, चिचिंडा, बैगन, पत्तागोभी, फूलगोभी, करैला, टमाटर आदि की फसलें खेतों में डूब चुकी हैं। मौसम की मार से परेशान किसानों की चिंता बढ़ गई है।
बुधवार की भोर से हो रही लगातार हो रही बारिश आफत बनकर टूट पड़ी है। इस समय खेतों में हरियाली की जगह केवल तबाही का मंजर दिख रहा है। धान, बाजरा, तिल, अरहर, मिर्च, कद्दू, पालक, बैगन, चिचिंडा, पत्तागोभी, फूलगोभी, बरबटी आदि फसल पूरी तरह से बर्बाद नजर आ रही है। तेज हवा के झोंके से ज्यादातर फसलें गिर चुकी हैं। खेतों में बारिश की वजह से पानी भरा पड़ा है।
किसानों को गिरी हुई व पानी में डूबी फसलें देखकर उनके नष्ट होने की चिंता सताने लगी है। अब सवाल उठता है कि किसान के पास यदि फसल ही नहीं तैयार होकर घर आएगी तो उनका सालभर का खर्च कैसे चलेगा। पिछले कई साल से मौसम की मार से किसान त्रस्त हैं। किसानों को फसल बर्बाद होने के नाम पर जो मुआवजा मिलता भी है, वह सिर्फ कागजों में मिलता है सरकार हमेशा मुआवजा की बात करती है लेकिन किसानों को कभी मुआवजा मिला ही नहीं है।
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सिराथू तहसील के कोरी का पुरवा मजरा जवई पंडरी निवासी हीरालाल (70) फेरी कर परिवार का गुजारा करता था। रोजाना की तरह बुधवार शाम भी वह घर के अंदर सो रहा था। रात में बारिश के चलते हीरालाल का कच्चा घर भरभरा कर ढह गया।
मलबे में दबने से हीरालाल जख्मी हो गया। पड़ोसियों ने किसी तरह उसे मलबे से बाहर निकाला और एंबुलेंस से सीएचसी सिराथू भेजा। प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां बुजुर्ग की मौत हो गई। पंचनामा भर पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया है। इी तरह चायल तहसील के बिरनेर गांव निवासी प्रेमनारायण का खपरैलनुमा घर रात में भरभरा गया। घर के अंदर सो रहे प्रेम नारायण और उसकी पत्नी मुर्दी (55) दब गई। चीखपुकार सुन जुटे परिजन और पड़ोसियों ने आननफानन मलबा हटाकर दंपती को बाहर निकाला।
गंभीर हालत में निजी वाहन से दोनों को इलाज के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मुर्दी को मृत घोषित कर दिया। बृहस्पतिवार को पंचनामा भरकर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसी तरह सराय अकिल के बुद्धपुरी आंबेडकर नगर निवासी भइया लाल का घर गिरने से उसके एक गाय की दबकर मौत हो गई।
वहीं, सिराथू क्षेत्र के रामपुर बढ़नावा गांव निवासी राजमन खेती किसानी कर परिवार का भरण पोषण करता है। बृहस्पतिवार की सुबह करीब छह बजे राजमन का बेटा सूरज (15) लघुशंका करने के लिए निकला था, तभी दीवार उसके ऊपर गिर गई। जिससे उसकी मौत हो गई। सूरज की मौत से परिजनों में कोहराम है। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बारिश की सीलन से चायल में जमींदोज हुए दर्जन भर घर
लगातार दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से गांवों में हालात बदतर हो गए हैं। बारिश के कारण कच्चे और सीलन भरे मकानों पर पड़ रहा है। बुधवार की रात बारिश से हुई सीलन के कारण चायल तहसील के गांवों में दर्जन भर घर जमींदोज हो गए हैं। सूचना राजस्व विभाग के कर्मचारियों को दे दी गई है।
चायल तहसील के बलहेपुर निवासी कमलेश कुमार मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता है। कमलेश ने बताया कि बुधवार रात उसका कच्चा घर जमींदोज हो गया। इससे हजारों की गृहस्थी भी नष्ट हो गई। इसी प्रकार मदूकी गांव के कमल का दो कमरे का कच्चा मकान गिर जाने के कारण अब वह खुले आसमान में रहने को मजबूर है। चरवा उत्तर थोक निवासी छेदी लाल का एक कमरे का कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया।
इसी प्रकार कसेंदा गांव के किसान छविलाल यादव का दो कमरे का कच्चा घर धराशायी हो गया है। जिससे उसके अनाज, कपड़े, मवेशियों के लिए चारा आदि नष्ट हो गया है। इसी गांव के प्रभाकर सिंह यादव का घर जमींदोज हो गया है। जिससे मवेशियों के लिए रखा हजारों रुपये का चारा नष्ट हो गया।
लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सरकारी दफ्तरों में जलभराव
बुधवार की भोर से शुरू हुई बारिश का सिलसिला बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। पूरी रात बरसात के बाद बृहस्पतिवार को भी दिन भर पानी बरसा। इस दौरान कभी तेज, तो कभी हल्की बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खराब मौसम के चलते ज्यादातर लोग घरों में ही कैद रहे। इस बीच बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव हो गया।
ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र की बात तो दूर जिला मुख्यालय पर ही प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया। चौराहे से बाजार वाले मुख्य मार्ग पर तहसील गेट के आगे, डायट मैदान, एसपी कार्यालय परिसर, विकास भवन, सदर ब्लॉक परिसर, संयुक्त जिला चिकित्सालय, साधन सहकारी समिति, बाल किशोर न्याय बोर्ड, सदर कोतवाली आदि कार्यालयों में जलभराव होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतें हुईं। कस्बे के सुमित कुमार व राजेश ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि समय रहते नालियों की समुचित साफ सफाई करा दी गई होती, तो इस प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़ता।
हवा के साथ हुई बारिश से फसल गिरीं
48 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जिले के किसानों में खुशी कम, गम अधिक देखने को मिल रहा है। तेज हवा के साथ हुई बारिश के चलते जिले के कई क्षेत्रों में खेत में खड़ी धान की फसल धराशायी हो गई। मुख्यालय से सटे कोर्रों गांव निवासी राम कुमार, रामपाल, दिनई आदि किसानों ने बताया कि उनके खेत में खड़ी धान की फसल बर्बाद हो गई। किसानों का कहना है कि बारिश का सिलसिला नहीं थमा, तो धान समेत अन्य फसलों को व्यापक नुकसान होगा। इसी प्रकार असकरनपुर मंगरोहनी, मवई, पासिनहार, कादीपुर, बिछौरा, भेलखा, टिकरी, टेंगाई, रूप नायारणपुर गोरियों, निहालपुर, चकिया समेत कई अन्य क्षेत्रों में खेत में खड़ी फसल गिर गई।
बारिश में गुल हुई बत्ती, उपभोक्ताओं को हुई परेशानी
बुधवार की भोर से लगातार बारिश के कारण जिले की विद्युत आपूर्ति बेपटरी हो गई। कहीं जर्जर तार टूट गए, तो कहीं ओवरलोड ट्रांसफार्मर जवाब दे गए। इससे संबंधित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। बृहस्पतिवार की सुबह बदतर विद्युत आपूर्ति के चलते प्रभावित क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सबसे अधिक समस्या पेयजल को लेकर हुई। एक-एक बाल्टी पानी के लिए लोगों को इधर-उधर भटकने को मजबूर होना पड़ा। शिवपुर बसोहनी, फैजीपुर, हटवा, हाजीपुर पतौना, कोर्रों, बहादुरपुर समेत कई अन्य क्षेत्रों की बिजली गुल रहने से उपभोक्ताओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
महिला का मकान जमींदोज
48 घंटे से हो रही बारिश के चलते बुधवार देर रात सदर तहसील के ढोकसहा गांव में बारिश और सीलन के चलते विमला देवी पत्नी माता बदल का मकान जमींदोज हो गया। हालांकि इस दौरान घर में रहे लोगों को मामूली चोटें आईं। जबकि, मलबे में दबने से बर्तन, अनाज, कपड़ा सहित गृहस्थी का तमाम समान नष्ट हो गया है।
जगह-जगह जलभराव से आवागमन में परेशानी
नगर पालिका परिषद के मोती लाल आजाद नगर (कसिया पूरब गांव) का तालाब बारिश से ओवरफ्लो हो गया है। ऐसे में दर्जनों ग्रामीणों के घरों में बारिश का पानी नाली के सहारे घुस गया है। शफीक अहमद के घर से अरविंद कुमार त्रिपाठी के घर तक बसे तालाब के किनारे दर्जनों लोगों के घरों में तालाब का पानी भर गया है। जिससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। तालाब के पानी की निकासी का कोई रास्ता ना होने से सैकड़ों परिवारों के सामने बड़ी समस्या बन गई है। मोहल्ले के इसरार अहमद, बरकतुल्लाह, अकबर अली, मोबीन अहमद, असगर अली, राजू, मसी उल्लाह, इजहार अहमद, सहीदुल्लाह, बरकाती, शीबू बाबा, शिव सिंह आदि के घरों में तालाब का पानी घुस गया है।
बारिश से किसानों की फसल हुई बर्बाद
जिले में 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश व तेज हवा से खेत में खड़ी फसलें गिर गई हैं। हर तरफ तबाही का मंजर दिख रहा है। अधिकतर किसानों के धान, बाजरा, मिर्च, कद्दू, पालक, बरबटी, चिचिंडा, बैगन, पत्तागोभी, फूलगोभी, करैला, टमाटर आदि की फसलें खेतों में डूब चुकी हैं। मौसम की मार से परेशान किसानों की चिंता बढ़ गई है।
बुधवार की भोर से हो रही लगातार हो रही बारिश आफत बनकर टूट पड़ी है। इस समय खेतों में हरियाली की जगह केवल तबाही का मंजर दिख रहा है। धान, बाजरा, तिल, अरहर, मिर्च, कद्दू, पालक, बैगन, चिचिंडा, पत्तागोभी, फूलगोभी, बरबटी आदि फसल पूरी तरह से बर्बाद नजर आ रही है। तेज हवा के झोंके से ज्यादातर फसलें गिर चुकी हैं। खेतों में बारिश की वजह से पानी भरा पड़ा है।
किसानों को गिरी हुई व पानी में डूबी फसलें देखकर उनके नष्ट होने की चिंता सताने लगी है। अब सवाल उठता है कि किसान के पास यदि फसल ही नहीं तैयार होकर घर आएगी तो उनका सालभर का खर्च कैसे चलेगा। पिछले कई साल से मौसम की मार से किसान त्रस्त हैं। किसानों को फसल बर्बाद होने के नाम पर जो मुआवजा मिलता भी है, वह सिर्फ कागजों में मिलता है सरकार हमेशा मुआवजा की बात करती है लेकिन किसानों को कभी मुआवजा मिला ही नहीं है।
Disaster rain: Dozens of houses landed, three including woman died- फोटो : KAUSHAMBI
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Disaster rain: Dozens of houses landed, three including woman died- फोटो : KAUSHAMBI
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