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Kaushambi News: निर्माण के बाद नहीं हुई मरम्मत, मिनी सचिवालय हो गया जर्जर
संवाद न्यूज एजेंसी, कौशांबी
Updated Wed, 26 Nov 2025 12:48 AM IST
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जर्जर अवस्था में मोहद्दीनपुर बेला गांव का मिनी सचिवालय। संवाद
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मोहद्दीनपुर बेला गांव में करीब 15 साल पहले 18 लाख रुपये की लागत से बना मिनी सचिवालय जर्जर हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि भवन बनने के बाद यहां किसी प्रकार की न तो आज तक बैठक हुई और न ही कोई सरकारी कार्यक्रम हुआ। मरम्मत की मांग के बाद भी धनराशि नहीं मिला और भवन जर्जर हो गया।
वित्तीय वर्ष 2009-10 में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने मिनी सचिवालय का निर्माण कराया था। यहां गांव के विकास के लिए तैयार योजनाओं पर चर्चा के लिए मीटिंग हॉल, प्रधान, सचिव व कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए गए थे।
वर्तमान में हाल यह है कि निर्माण के बाद से न तो रंगाई-पुताई हुई और न ही अन्य रखरखाव का कार्य। ऐसे में दीवारों का प्लास्टर जगह-जगह से टूटकर गिर गया है। बारिश के दौरान छत से पानी टपकता है। आरोप है कि खिड़की और दरवाजे आदि ग्रामीणों ने उखाड़ ले गए। वीरान पड़े भवन में अब एक व्यक्ति ने अवैध कब्जा भी कर लिया है।
गांव के संतलाल और धर्मराज आदि ने बताया कि लाखों की लागत से बने इस भवन में एक बार भी पंचायत की खुली बैठक नहीं हुई। यदि भवन का उपयोग होता और समय-समय पर मरम्मत होती तो यह हालत नहीं होती।
ग्राम प्रधान छोटेलाल पाल ने बताया कि मिनी सचिवालय की मरम्मत को लेकर प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था, लेकिन बजट नहीं मिलने के कारण काम नहीं हो सका। धीरे-धीरे भवन जर्जर हो गया। अब तो यह प्रयोग के लायक नहीं है।
- मोहद्दीनपुर बेला गांव के मिनी सचिवालय से अवैध कब्जा हटवाकर ग्राम निधि से भवन का कायाकल्प कराया जाएगा। मरम्मत को लेकर प्रधान व सचिव से जानकारी लेकर प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराया जाएगा। - भावेश कुमार शुक्ला, खंड विकास अधिकारी, सिराथू
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वित्तीय वर्ष 2009-10 में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने मिनी सचिवालय का निर्माण कराया था। यहां गांव के विकास के लिए तैयार योजनाओं पर चर्चा के लिए मीटिंग हॉल, प्रधान, सचिव व कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए गए थे।
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वर्तमान में हाल यह है कि निर्माण के बाद से न तो रंगाई-पुताई हुई और न ही अन्य रखरखाव का कार्य। ऐसे में दीवारों का प्लास्टर जगह-जगह से टूटकर गिर गया है। बारिश के दौरान छत से पानी टपकता है। आरोप है कि खिड़की और दरवाजे आदि ग्रामीणों ने उखाड़ ले गए। वीरान पड़े भवन में अब एक व्यक्ति ने अवैध कब्जा भी कर लिया है।
गांव के संतलाल और धर्मराज आदि ने बताया कि लाखों की लागत से बने इस भवन में एक बार भी पंचायत की खुली बैठक नहीं हुई। यदि भवन का उपयोग होता और समय-समय पर मरम्मत होती तो यह हालत नहीं होती।
ग्राम प्रधान छोटेलाल पाल ने बताया कि मिनी सचिवालय की मरम्मत को लेकर प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था, लेकिन बजट नहीं मिलने के कारण काम नहीं हो सका। धीरे-धीरे भवन जर्जर हो गया। अब तो यह प्रयोग के लायक नहीं है।
- मोहद्दीनपुर बेला गांव के मिनी सचिवालय से अवैध कब्जा हटवाकर ग्राम निधि से भवन का कायाकल्प कराया जाएगा। मरम्मत को लेकर प्रधान व सचिव से जानकारी लेकर प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराया जाएगा। - भावेश कुमार शुक्ला, खंड विकास अधिकारी, सिराथू