सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lakhimpur Kheri News ›   Income tax notice received for doing business worth Rs 9 crore in name of labourer

UP: मजदूर के नाम पर नौ करोड़ का धंधा, दो जिलों में खोली गई बोगस ट्रेडिंग कंपनी, आयकर के झमेले में फंसा बेचारा

संवाद न्यूज एजेंसी, खीरी टाउन Published by: आकाश दुबे Updated Thu, 03 Jul 2025 09:26 PM IST
सार

खीरी टाउन के निवासी सईद के नाम जो नोटिस आया है, वह उनके दस्तावेजों को लगाकर बनाई गई कंपनी के वर्ष 2020-21 के नौ करोड़ 30 लाख रुपये के टर्नओवर को लेकर है। दरअसल विशेषज्ञों ने नोटिस के आधार पर बताया कि इस कंपनी का जो पूर्व में जीएसटी रिटर्न दाखिल किया गया था, उसमें दिखाए गए टर्नओवर के आधार पर सूचना आयकर विभाग को गई।

विज्ञापन
Income tax notice received for doing business worth Rs 9 crore in name of labourer
श्रमिक के नाम पर जालसाजों ने करोड़ों का धंधा किया - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

खुद की शून्य आय वाला मजदूर सईद करोड़ों रुपये के आयकर के झमेले में फंस गया। कटरा मोहल्ले की एक झोंपड़ी में रहने वाले सईद के पैनकार्ड और अन्य कागजातों से जालसाजों ने एक ट्रेडिंग कंपनी बना एक वर्ष में 9.30 करोड़ का धंधा कर डाला। अब आयकर विभाग ने नोटिस देकर पूछा है कि उसने इतनी बड़ी रकम का आयकर रिटर्न क्यों नहीं दाखिल किया।

Trending Videos

नोटिस मिलने के बाद सईद ने खुद ही पड़ताल की तो पता चला कि उसके नाम पर बहराइच के मिहिपुरवा उर्रा में एक ट्रेडिंग कंपनी खोलने वालों ने उसे फंसाया। सईद के मुताबिक वे कौन लोग हैं, यह वह नहीं जानता। सईद का कहना है कि उसने कभी किसी को अपना आधार, पैन, मोबाइल नंबर सहित कोई भी कागजात नहीं दिए।

विज्ञापन
विज्ञापन

सन ट्रेडिंग नाम की कंपनी बहराइच के अलावा सीतापुर के खैराबाद में जमैतापुर में भी कुछ दिनों चली। बाद में दोनों जगह से अचानक बंद हो गई। जालसाजों ने वर्ष 2020-21 में नौ करोड़ 30 लाख रुपये का टर्नओवर दिखाते हुए जीएसटी रिटर्न दाखिल किया था।

वहीं से मिली सूचना के आधार पर करीब पांच माह पहले आयकर विभाग ने सईद को नोटिस भेजा। सईद इस जालसाजी का पता लगाने में लगा रहा और जवाब न देने पर एक जुलाई को विभाग ने दोबारा नोटिस भेज दिया। दोबारा एक जुलाई को उसके पास एक और नोटिस आ गया है। विभाग की ओर से मिली करोड़ों की नोटिस देखकर सईद परेशान है। 

फर्जी दस्तावेजों से बनाई गई कंपनी से भरा गया जीएसटी
सईद ने बताया कि उसने जानकारी करवाई तो पता चला कि कंपनी 2019-20 में जीएसटी भी भर चुकी है और 17 मई 2021 को बंद भी हो गई। अब सवाल यह उठता है कि मजदूर पेशा व्यक्ति का मोबाइल नंबर, आधार और पैन कार्ड कैसे किसने इस्तेमाल कर इतनी बड़ी कंपनी खोली और इसको पता भी नहीं चल सका। फिलहाल इस मामले में सईद ने अभी तक कहीं शिकायत नहीं की है। मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।

खीरी टाउन के निवासी सईद के नाम जो नोटिस आया है, वह उनके दस्तावेजों को लगाकर बनाई गई कंपनी के वर्ष 2020-21 के नौ करोड़ 30 लाख रुपये के टर्नओवर को लेकर है। दरअसल विशेषज्ञों ने नोटिस के आधार पर बताया कि इस कंपनी का जो पूर्व में जीएसटी रिटर्न दाखिल किया गया था, उसमें दिखाए गए टर्नओवर के आधार पर सूचना आयकर विभाग को गई। चूंकि इस टर्नओवर के व्यापार से जो आय हुई, उसका आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया गया, इसी कारण नोटिस आया है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed