{"_id":"677196299013dcd5120c387e","slug":"a-drain-worth-nine-lakhs-was-prepared-by-employing-unskilled-laborers-lalitpur-news-c-131-1-ltp1001-126652-2024-12-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"Lalitpur News: नौ लाख की नाली अकुशल मजदूरों को लगाकर करा दी तैयार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Lalitpur News: नौ लाख की नाली अकुशल मजदूरों को लगाकर करा दी तैयार
विज्ञापन
विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
सिलावन (ललितपुर)। विकास खंड महरौनी में मनरेगा के नियमों की जमकर अनदेखी की जा रही है। अभी लरगन में बिना वित्तीय स्वीकृति के रोड डालने की जांच पूरी भी नहीं हुई थी कि ग्राम पंचायत अगौड़ी में नौ लाख से बनाई जाने वाली नाली अकुशल मजदूरों से मात्र 94,563 रुपये में ही तैयार हो गई।
ग्राम पंचायत अगौड़ी में वर्ष 2023-24 में तिजैया के घर से कंछेदी के घर तक नाली स्वीकृत हुई थी। अकुशल मजदूरों के लिए 1.44 लाख, अर्द्धकुशल मजदूरों के लिए 1.78 लाख और मैटेरियल के लिए 5.78 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। नाली निर्माण पर कुल 9 लाख खर्च किए जाने थे। लेकिन, पंचायत ने 399 अकुशल मजदूरों को लगाकर नाली तैयार कर दी। 237 रुपये प्रति मजदूर के हिसाब से 94,563 रुपये का भुगतान किया गया। जबकि, अर्धकुशल मजदूरों से काम ही नहीं लिया गया। यानि अकुशल मजदूरों ने ही अर्द्धकुशल मजदूरों का काम कर दिया।
नाली निर्माण में राष्ट्रीय मोबाइल मॉनिटरिंग सेवा (एनएमएमएस) की भी धज्जियां उड़ाई गईं। मनरेगा में एनएमएमएस से कार्यस्थल पर ही मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन लगाई जाती है। अगौड़ी पंचायत में नाली निर्माण में कुशल मजदूरों की हाजिरी तो चढ़ा दी गई, लेकिन अर्द्धकुशल मजदूर पर एक ढेला तक खर्च नहीं दिखाया गया।
00000
मैटेरियल पर भी उठ रहे सवाल : वर्ष 2023-24 में स्वीकृत नाली पर मैटेरियल पर 5.78 लाख की धनराशि खर्च होनी थी। नियमानुसार टेंडर होने के बाद सप्लायर मौके पर मैटेरियल की सप्लाई देता है। इसके बाद तकनीकी सहायक बिलों के अनुसार मौके पर मैटेरियल का मिलान कर एमबी तैयार करता है तब पक्का काम शुरू किया जाता है। निर्माण समिति द्वारा भी मैटेरियल की जांच का प्रावधान है, पर अगौड़ी पंचायत में इसे दरकिनार कर नाली का निर्माण कर दिया गया। वर्ष 2023-24 और 2024-25 में एमआईएस फीडिंग में कहीं भी उक्त कार्य के लिए मैटेरियल पर खर्चा नहीं बताया गया है।
00000
वर्जन
अगौड़ी में अकुशल मजदूरों ने नाली बनाकर तैयार कर दी, जबकि अर्द्धकुशल मजदूरों को नहीं लगाया। इसकी जांच कराई जाएगी।-आरीफ उस्मानी, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, महरौनी
Trending Videos
सिलावन (ललितपुर)। विकास खंड महरौनी में मनरेगा के नियमों की जमकर अनदेखी की जा रही है। अभी लरगन में बिना वित्तीय स्वीकृति के रोड डालने की जांच पूरी भी नहीं हुई थी कि ग्राम पंचायत अगौड़ी में नौ लाख से बनाई जाने वाली नाली अकुशल मजदूरों से मात्र 94,563 रुपये में ही तैयार हो गई।
ग्राम पंचायत अगौड़ी में वर्ष 2023-24 में तिजैया के घर से कंछेदी के घर तक नाली स्वीकृत हुई थी। अकुशल मजदूरों के लिए 1.44 लाख, अर्द्धकुशल मजदूरों के लिए 1.78 लाख और मैटेरियल के लिए 5.78 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। नाली निर्माण पर कुल 9 लाख खर्च किए जाने थे। लेकिन, पंचायत ने 399 अकुशल मजदूरों को लगाकर नाली तैयार कर दी। 237 रुपये प्रति मजदूर के हिसाब से 94,563 रुपये का भुगतान किया गया। जबकि, अर्धकुशल मजदूरों से काम ही नहीं लिया गया। यानि अकुशल मजदूरों ने ही अर्द्धकुशल मजदूरों का काम कर दिया।
विज्ञापन
विज्ञापन
नाली निर्माण में राष्ट्रीय मोबाइल मॉनिटरिंग सेवा (एनएमएमएस) की भी धज्जियां उड़ाई गईं। मनरेगा में एनएमएमएस से कार्यस्थल पर ही मजदूरों की हाजिरी ऑनलाइन लगाई जाती है। अगौड़ी पंचायत में नाली निर्माण में कुशल मजदूरों की हाजिरी तो चढ़ा दी गई, लेकिन अर्द्धकुशल मजदूर पर एक ढेला तक खर्च नहीं दिखाया गया।
00000
मैटेरियल पर भी उठ रहे सवाल : वर्ष 2023-24 में स्वीकृत नाली पर मैटेरियल पर 5.78 लाख की धनराशि खर्च होनी थी। नियमानुसार टेंडर होने के बाद सप्लायर मौके पर मैटेरियल की सप्लाई देता है। इसके बाद तकनीकी सहायक बिलों के अनुसार मौके पर मैटेरियल का मिलान कर एमबी तैयार करता है तब पक्का काम शुरू किया जाता है। निर्माण समिति द्वारा भी मैटेरियल की जांच का प्रावधान है, पर अगौड़ी पंचायत में इसे दरकिनार कर नाली का निर्माण कर दिया गया। वर्ष 2023-24 और 2024-25 में एमआईएस फीडिंग में कहीं भी उक्त कार्य के लिए मैटेरियल पर खर्चा नहीं बताया गया है।
00000
वर्जन
अगौड़ी में अकुशल मजदूरों ने नाली बनाकर तैयार कर दी, जबकि अर्द्धकुशल मजदूरों को नहीं लगाया। इसकी जांच कराई जाएगी।-आरीफ उस्मानी, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, महरौनी