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Lalitpur News: शिक्षामित्रों को घर के पास मिलेगा तैनाती का मौका, कवायद शुरू
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जनपद के करीब सात सौ शिक्षा मित्र गैर ग्राम पंचायतों के विद्यालयों में हैं तैनात
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। लंबे समय से शिक्षामित्रों की मूल विद्यालय वापसी की उम्मीद अब जल्द ही पूरी हो सकेगी। शासन के निर्देश के क्रम में जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय वापसी की कवायद विभाग ने शुरू कर दी है। इनमें महिला शिक्षामित्र को भी लाभ मिलेगा। अब वे पति के घर की ग्राम पंचायत में तैनाती पा सकेंगी।
जिले में 1357 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं, जहां करीब 1400 शिक्षामित्र मानदेय पर तैनात हैं। पूर्व शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया गया था, जिसके बाद कई शिक्षामित्रों की पोस्टिंग दूसरे ब्लॉकों में कर दी गई थी। इसके बाद समायोजन रद्द हो गया था। जिससे वह पुन: शिक्षामित्र बन गए थे। इनमें से अधिकांश अपने मूल विद्यालय लौट आए, लेकिन कुछ शिक्षामित्र प्रक्रियागत कारणों से वंचित रह गए थे।
जिले के विभिन्न ब्लॉक अंतर्गत विद्यालयों में तैनात ऐसे शिक्षामित्र काफी समय से अपने मूल विद्यालय में वापसी की मांग कर रहे थे। हाल ही में शासन ने शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय वापसी का आदेश जारी किया। जिसके बाद जिले के शिक्षामित्रों में खुशी की लहर दौड़ गई। शासन के इस आदेश का लाभ जनपद के करीब सात सौ शिक्षामित्रों को मिलेगा जोकि दूर दराज की ग्राम पंचायतों के विद्यालयों में कार्यरत है। इसके साथ विवाहित महिला शिक्षामित्रों को भी इसका लाभ होगा। इसमें उन्हें अपने मूल विद्यालय के साथ-साथ ससुराल क्षेत्र के नजदीकी विद्यालय में तैनाती का मौका मिलेगा।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक नई व्यवस्था में शिक्षामित्र यदि मूल विद्यालय में लौटना चाहेंगे तो उसका विकल्प तो मिलेगा ही साथ ही जो वापस नहीं आना चाहते, उन पर कोई दबाव नहीं होगा। वहीं, मूल विद्यालय में पद रिक्त नहीं है तो निकटतम विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। विवाहित महिला शिक्षामित्र मूल विद्यालय के साथ-साथ ससुराल क्षेत्र के नजदीकी विद्यालय का भी विकल्प चुन सकेंगी। शासन के पत्र के क्रम में जनपद में इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। यह पूरी प्रक्रिया डीएम की अध्यक्षता वाली समिति पूरी करेगी। इसमें सीडीओ, डायट प्राचार्य, बीएसए व सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सदस्य के रूप में रहेंगे।
वर्जन
शिक्षा मित्रों को उनके मूल विद्यालय में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। शासन के निर्देशों के क्रम में यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी। महिला शिक्षामित्र पति के घर की ग्राम पंचायत में तैनाती पा सकेंगी। - शेषनाथ सिंह, मुख्य विकास अधिकारी
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ललितपुर। लंबे समय से शिक्षामित्रों की मूल विद्यालय वापसी की उम्मीद अब जल्द ही पूरी हो सकेगी। शासन के निर्देश के क्रम में जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय वापसी की कवायद विभाग ने शुरू कर दी है। इनमें महिला शिक्षामित्र को भी लाभ मिलेगा। अब वे पति के घर की ग्राम पंचायत में तैनाती पा सकेंगी।
जिले में 1357 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं, जहां करीब 1400 शिक्षामित्र मानदेय पर तैनात हैं। पूर्व शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया गया था, जिसके बाद कई शिक्षामित्रों की पोस्टिंग दूसरे ब्लॉकों में कर दी गई थी। इसके बाद समायोजन रद्द हो गया था। जिससे वह पुन: शिक्षामित्र बन गए थे। इनमें से अधिकांश अपने मूल विद्यालय लौट आए, लेकिन कुछ शिक्षामित्र प्रक्रियागत कारणों से वंचित रह गए थे।
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जिले के विभिन्न ब्लॉक अंतर्गत विद्यालयों में तैनात ऐसे शिक्षामित्र काफी समय से अपने मूल विद्यालय में वापसी की मांग कर रहे थे। हाल ही में शासन ने शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय वापसी का आदेश जारी किया। जिसके बाद जिले के शिक्षामित्रों में खुशी की लहर दौड़ गई। शासन के इस आदेश का लाभ जनपद के करीब सात सौ शिक्षामित्रों को मिलेगा जोकि दूर दराज की ग्राम पंचायतों के विद्यालयों में कार्यरत है। इसके साथ विवाहित महिला शिक्षामित्रों को भी इसका लाभ होगा। इसमें उन्हें अपने मूल विद्यालय के साथ-साथ ससुराल क्षेत्र के नजदीकी विद्यालय में तैनाती का मौका मिलेगा।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक नई व्यवस्था में शिक्षामित्र यदि मूल विद्यालय में लौटना चाहेंगे तो उसका विकल्प तो मिलेगा ही साथ ही जो वापस नहीं आना चाहते, उन पर कोई दबाव नहीं होगा। वहीं, मूल विद्यालय में पद रिक्त नहीं है तो निकटतम विद्यालय में तैनाती दी जाएगी। विवाहित महिला शिक्षामित्र मूल विद्यालय के साथ-साथ ससुराल क्षेत्र के नजदीकी विद्यालय का भी विकल्प चुन सकेंगी। शासन के पत्र के क्रम में जनपद में इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। यह पूरी प्रक्रिया डीएम की अध्यक्षता वाली समिति पूरी करेगी। इसमें सीडीओ, डायट प्राचार्य, बीएसए व सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सदस्य के रूप में रहेंगे।
वर्जन
शिक्षा मित्रों को उनके मूल विद्यालय में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। शासन के निर्देशों के क्रम में यह प्रक्रिया अपनाई जाएगी। महिला शिक्षामित्र पति के घर की ग्राम पंचायत में तैनाती पा सकेंगी। - शेषनाथ सिंह, मुख्य विकास अधिकारी
