मुरादाबाद में हादसा: पेड़ों की छंटाई करते हुए लगा करंट, तीन विद्युतकर्मी घायल, नहीं पहने थे सुरक्षा उपकरण
मुरादाबाद में काम करते समय करंट लगने से तीन कर्मी जख्मी हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोप है कि काम करने के दौरान उन्हें सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं करवाए गए थे।

विस्तार
दिल्ली रोड पर बिजली के तारों के पास से पेड़ों की छंटाई करते हुए करंट लगने से तीन विद्युत कर्मी घायल हो गए। करंट का तेज झटका लगने से तीनों बेहोश हो गए, उन्हें विवेकानंद अस्पताल में भर्ती करिया गया है। तीनों को दो घंटे बाद होश आया।

अब उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे संविदा लाइनमैन ओम सिंह, विक्रम और टेक्नीशियन सुरेंद्र सिंह नगर वन बिजलीघर के पीछे पेड़ों की छंटाई कर रहे थे। वहां से चार हाईटेंशन लाइन गुजर रही हैं और एक डेड लाइन भी है।
उन्होंने 33 केवी की तीन हाईटेंशन लाइनों का शटडाउन ले लिया लेकिन 11 केवी की लाइन में करंट चालू था। पेड़ की कटी हुई शाखा जैसे ही डेड लाइन पर गिरी तो तार टूटकर 11 केवी की लाइन से छू गया। इससे तेज धमाका हुआ और करंट लगने से तीनों बिजली कर्मी बेहोश हो गए।
राहगीरों ने उन्हें नीचे उतारा और बिजलीघर को सूचना दी। इसके बाद विद्युतकर्मी मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस बुलाकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। संविदा विद्युत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष उमेश चंद ने बताया कि ठेकेदार ने अस्पताल में आकर संविदा कर्मियों के इलाज की प्रक्रिया पूरी कराई।
साथ ही एक्सईएन ने मौके पर पहुंचकर इलाज में आने वाले खर्च के लिए परेशान न होने का आश्वासन दिया। डॉक्टरों का कहना है कि बुधवार शाम तक या बृहस्पतिवार सुबह तीनों कर्मचारियों को घर भेज देंगे।
सुरक्षा उपकरण होते तो शायद न लगता करंट
विद्युत निगम के स्टाफ ने बताया कि लाइन पर काम करते समय संविदा कर्मियों व टेक्निशियन ने सुरक्षा उपकरण नहीं पहन रखे थे। उन्होंने सोचा कि लाइन से शटडाउन ले लिया है इसलिए उपकरणों की जरूरत नहीं है। यही चूक इस हादसे का कारण बन गई। स्टाफ का कहना है कि गमीनत रही कि कोई कर्मचारी पेड़ से या सीढ़ी से नीचे नहीं गिरा, अन्यथा फ्रेक्चर का खतरा हो सकता था।