UP News: शाहजहांपुर में बुखार से भाई-बहन की मौत, परिवार के पांच अन्य बच्चे बीमार; स्वास्थ्य विभाग में खलबली
बदलते मौसम में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। शाहजहांपुर के सेहरामऊ दक्षिणी में दो दिन में बुखार से मासूम भाई-बहन की मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई।
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शाहजहांपुर के सेहरामऊ दक्षिणी कस्बा निवासी रामू के दो बच्चों की दो दिन में बुखार से मौत हो गई। इसी परिवार के पांच अन्य बच्चे भी गंभीर रूप से बीमार हैं। जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग से एसीएमओ डॉ. पीपी श्रीवास्तव के नेतृत्व में मंगलवार को गांव पहुंची डॉक्टरों की टीम ने घर-घर जाकर जांच की। इस दौरान गंभीर हालत में पाए गए बच्चों को विभागीय टीम ने एंबुलेंस से राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजकर भर्ती कराया।
रामू ने बताया कि उनकी पांच वर्षीय पुत्री किरन को शनिवार की रात बुखार आ गया। रविवार को उसे राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई। पुत्री का अंतिम संस्कार करने के बाद घरवाले इस सदमे से उबर भी नहीं पाए थे कि उनके सात वर्षीय पुत्र अजय कुमार को बुखार आ गया।
रामू के अनुसार अजय को हरदोई जिले के शाहाबाद में एक निजी अस्पताल के डॉक्टर के पास ले गए। वहां डॉक्टर ने अजय को रात में किसी दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी। इस पर उसे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहां अजय की दशा में सुधार नहीं होने पर परिजन उसे बरेली ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में उसकी भी मौत हो गई।
परिवार में मचा कोहराम
लगातार दो दिन में दो बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मंगलवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे एसीएमओ के नेतृत्व में गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में शामिल डॉ. उस्मान अली और फार्मासिस्ट शरीफ खां ने घर-घर जांच शुरू की। इस दौरान रामू के आठ माह के पुत्र कृष्णा और तीन वर्षीय पुत्री नैना के साथ पड़ोस में रह रहे रामू के भाई श्यामू की 10 वर्षीय पुत्री मानसी, आठ वर्षीय पुत्र शनि और चार वर्षीय पुत्र लंकुश भी बुखार से पीड़ित मिले।
इन सभी बच्चों को एसीएमओ ने तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजा और अन्य घरों के लोगों की जांच की। इस दौरान बुखार और सर्दी-जुकाम से ग्रस्त पाए गए कई ग्रामीणों और उनके बच्चों को डॉक्टरों ने आवश्यक दवाएं मुहैया कराईं। दो बच्चों की मौत से उनकी मां बबली का हाल बेहाल है और वह बार-बार पछाड़ें खाकर बेसुध हो रही हैं।
एसीएमओ डॉ. पीपी श्रीवास्तव ने बताया कि सेहरामऊ दक्षिणी में घर-घर जाकर ग्रामीणों की जांच की गई है। गंभीर हालत में पाए गए बच्चों को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया गया है। गांव के करीब 50 घरों के लोगों की जांच कर ग्रामीणों को आवश्यक दवाएं सुलभ कराई गई हैं। गांव में घर-घर जाकर स्वास्थ्य की जांच का काम जारी रहेगा।