{"_id":"6945ace562e9d6e961039cb0","slug":"trains-are-running-hours-late-passengers-are-shivering-at-the-station-shahjahanpur-news-c-122-1-sbly1042-160768-2025-12-20","type":"story","status":"publish","title_hn":"Shahjahanpur News: घंटों देरी से आ रहीं ट्रेनें...स्टेशन पर ठिठुर रहे यात्री","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Shahjahanpur News: घंटों देरी से आ रहीं ट्रेनें...स्टेशन पर ठिठुर रहे यात्री
विज्ञापन
रफी उल हसन। संवाद
विज्ञापन
शाहजहांपुर। कोहरे की वजह से ट्रेनों की चाल बिगड़ गई है। रफ्तार पर फर्क पड़ने की वजह से ट्रेनें तय समय से घंटों देरी से पहुंच रही हैं। ट्रेनों के देरी के आने से यात्रियों को दुश्वारियों से जूझना पड़ रहा है। प्लेटफॉर्म नंबर एक पर निर्माण कार्य के चलते यात्रियों को सिर छिपाने के लिए भटकना पड़ रहा है।
सर्दी व घने कोहरे के चलते ट्रेनें अपनी पूरी रफ्तार से नहीं दौड़ रहीं हैं। इसके चलते निर्धारित समय के बजाय ट्रेनें काफी देरी से पहुंच रहीं हैं। ट्रेनों के पांच से छह घंटे देरी से आने के कारण यात्रियों को प्लेटफार्म पर सर्दी में सिर छिपाने तक की जगह नहीं मिल पा रही है।
पूर्व में सामान्य तौर पर यात्री प्लेटफॉर्म एक पर पर्याप्त टिनशेड होने के चलते कंबल बिछाकर इंतजार करते थे। 15 नवंबर को प्लेटफॉर्म पर ऊंचा करने के लिए मिट्टी का भराव डालकर कार्य शुरू कराया गया, लेकिन यह अब तक पूरा नहीं हो पाया है। मुख्य गेट पर अफसरों के कार्यालयों के सामने नाली बनाने का कार्य गतिमान है। इसके चलते बैठने की सीटें तक नदारद हैं।
प्लेटफॉर्म पर गिट्टी-रोड़ी डालने की वजह से यात्रियों के ट्रेनों के इंतजार करने तक की जगह नहीं है। जहां पर टिनशेड के बाहर आरपीएफ थाने की ओर जहां यात्री बैठकर इंतजार कर सकते हैं। वहां पर टिनशेड नहीं हैं। इसके चलते यात्री स्टेशन के मुख्य गेट, टिकट काउंटर के पास सोने के लिए मजबूर हैं। दिन में भी उनके लिए बैठने की व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह मिट्टी और मौरंग फैला दी गई है। नाली निर्माण के चलते बुजुर्ग और बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
--
दो और तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर भी पर्याप्त टिनशेड नहीं
अमृत भारत योजना के तहत प्लेटफॉर्मों पर कार्य हो रहा है। वर्तमान में प्लेटफॉर्म एक पर टायल्स लगाने के साथ फर्श का काम हो रहा है। इसी तरह प्लेटफॉर्म नंबर दो और तीन पर पर्याप्त टिनशेड नहीं हैं। इस वजह से यात्रियों को खुले आसमान के नीचे बैठकर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ता है। प्लेटफॉर्म चार और पांच की स्थिति और ज्यादा खराब है। यहां पर नाममात्र के टिनशेड होने से यात्री ठंड में परेशान होते रहते हैं।
--
देरी से आ रही ट्रेनें
डाउन लाइन की 15006 राप्ती गंगा एक्सप्रेस रात 11:13 बजे के स्थान पर सुबह 8.52 बजे आई। यात्रियों को लगभग नौ घंटे तक ट्रेन का इंतजार करना पड़ा। 15279 पूरबिया एक्सप्रेस भी 5:48 के स्थान पर नौ बजे आई। 13308 किसान एक्सप्रेस 6:49 बजे के बजाय दस बजे आई। 13006 पंजाब मेल 7:30 के बजाय 11:10 बजे पहुंची। इसी तरह 15212 जननायक एक्सप्रेस का 7:49 बजे आने का समय है। ट्रेन 11:03 बजे आई।
--
प्लेटफॉर्म तो छोड़िए प्रतीक्षालय तक ठीक नहीं
रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्थाएं हावी हैं। अस्थायी तौर पर यात्रियों के बैठने के लिए जगह नहीं है। प्रतीक्षालय तक ठीक नहीं है। ए ग्रेड स्टेशन पर यात्रियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
- रफी उल हसन, यात्री
--
डिस्प्ले बोर्ड नहीं लगे
वंदे भारत ट्रेन से बरेली तक गए थे। ये ट्रेन सात से आठ डिब्बों की है। इतने लंबे प्लेटफॉर्म पर ट्रेन की बोगी कहां आएगी, डिस्प्ले बोर्ड नहीं होने से पता नहीं चल सका। स्टेशन पर अव्यवस्थाएं खत्म नहीं हो रही हैं।
- सुनील गुप्ता, यात्री
--
काम की गति को सुचारु रूप से चलाने के लिए हर संभव प्रयाए किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित विभाग को सूचित कर दिया है। जल्द व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।
-आदित्य गुप्ता, सीनियर डीसीएम-मुरादाबाद डिवीजन
Trending Videos
सर्दी व घने कोहरे के चलते ट्रेनें अपनी पूरी रफ्तार से नहीं दौड़ रहीं हैं। इसके चलते निर्धारित समय के बजाय ट्रेनें काफी देरी से पहुंच रहीं हैं। ट्रेनों के पांच से छह घंटे देरी से आने के कारण यात्रियों को प्लेटफार्म पर सर्दी में सिर छिपाने तक की जगह नहीं मिल पा रही है।
विज्ञापन
विज्ञापन
पूर्व में सामान्य तौर पर यात्री प्लेटफॉर्म एक पर पर्याप्त टिनशेड होने के चलते कंबल बिछाकर इंतजार करते थे। 15 नवंबर को प्लेटफॉर्म पर ऊंचा करने के लिए मिट्टी का भराव डालकर कार्य शुरू कराया गया, लेकिन यह अब तक पूरा नहीं हो पाया है। मुख्य गेट पर अफसरों के कार्यालयों के सामने नाली बनाने का कार्य गतिमान है। इसके चलते बैठने की सीटें तक नदारद हैं।
प्लेटफॉर्म पर गिट्टी-रोड़ी डालने की वजह से यात्रियों के ट्रेनों के इंतजार करने तक की जगह नहीं है। जहां पर टिनशेड के बाहर आरपीएफ थाने की ओर जहां यात्री बैठकर इंतजार कर सकते हैं। वहां पर टिनशेड नहीं हैं। इसके चलते यात्री स्टेशन के मुख्य गेट, टिकट काउंटर के पास सोने के लिए मजबूर हैं। दिन में भी उनके लिए बैठने की व्यवस्था नहीं है। जगह-जगह मिट्टी और मौरंग फैला दी गई है। नाली निर्माण के चलते बुजुर्ग और बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते हैं।
दो और तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर भी पर्याप्त टिनशेड नहीं
अमृत भारत योजना के तहत प्लेटफॉर्मों पर कार्य हो रहा है। वर्तमान में प्लेटफॉर्म एक पर टायल्स लगाने के साथ फर्श का काम हो रहा है। इसी तरह प्लेटफॉर्म नंबर दो और तीन पर पर्याप्त टिनशेड नहीं हैं। इस वजह से यात्रियों को खुले आसमान के नीचे बैठकर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ता है। प्लेटफॉर्म चार और पांच की स्थिति और ज्यादा खराब है। यहां पर नाममात्र के टिनशेड होने से यात्री ठंड में परेशान होते रहते हैं।
देरी से आ रही ट्रेनें
डाउन लाइन की 15006 राप्ती गंगा एक्सप्रेस रात 11:13 बजे के स्थान पर सुबह 8.52 बजे आई। यात्रियों को लगभग नौ घंटे तक ट्रेन का इंतजार करना पड़ा। 15279 पूरबिया एक्सप्रेस भी 5:48 के स्थान पर नौ बजे आई। 13308 किसान एक्सप्रेस 6:49 बजे के बजाय दस बजे आई। 13006 पंजाब मेल 7:30 के बजाय 11:10 बजे पहुंची। इसी तरह 15212 जननायक एक्सप्रेस का 7:49 बजे आने का समय है। ट्रेन 11:03 बजे आई।
प्लेटफॉर्म तो छोड़िए प्रतीक्षालय तक ठीक नहीं
रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्थाएं हावी हैं। अस्थायी तौर पर यात्रियों के बैठने के लिए जगह नहीं है। प्रतीक्षालय तक ठीक नहीं है। ए ग्रेड स्टेशन पर यात्रियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
- रफी उल हसन, यात्री
डिस्प्ले बोर्ड नहीं लगे
वंदे भारत ट्रेन से बरेली तक गए थे। ये ट्रेन सात से आठ डिब्बों की है। इतने लंबे प्लेटफॉर्म पर ट्रेन की बोगी कहां आएगी, डिस्प्ले बोर्ड नहीं होने से पता नहीं चल सका। स्टेशन पर अव्यवस्थाएं खत्म नहीं हो रही हैं।
- सुनील गुप्ता, यात्री
काम की गति को सुचारु रूप से चलाने के लिए हर संभव प्रयाए किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित विभाग को सूचित कर दिया है। जल्द व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।
-आदित्य गुप्ता, सीनियर डीसीएम-मुरादाबाद डिवीजन

रफी उल हसन। संवाद

रफी उल हसन। संवाद

रफी उल हसन। संवाद

रफी उल हसन। संवाद
