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Shahjahanpur News: साहित्य के क्षेत्र में महिलाएं कर रहीं परचम बुलंद
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वीनस जैन, साहित्यकार। स्रोत: स्वयं
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शाहजहांपुर। शहर की महिलाओं ने साहित्य के क्षेत्र में अहम मुकाम हासिल किया है। मंचों पर काव्य प्रस्तुति के साथ ही हिंदी कविताओं, आलेख के माध्यम से छाप छोड़ी है। महिलाओं ने जिला स्तर से लेकर दूसरे राज्यों तक में अपनी अमिट छाप छोड़ी है, इसके बाद वह कवि सम्मेलनों में बुलाई जाती है। उनकी कई पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।
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देश-विदेश में छपती हैं वीनस की कविताएं
कृभको नगर की रहने वाली कवयित्री वीनस जैन कविताएं, आलेख लिखती हैं। पिछले पांच वर्षों से निरंतर देश, विदेश के हिंदी समाचार पत्रों में उनकी कविताएं छप रही हैं। वीनस बताती हैं कि उनकी करीब 650 से ज्यादा कविताएं प्रकाशित हो चुकी है। जर्मनी के बच्चों को भी वीनस ने लिपि संस्था से जुड़कर हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर पढ़ाया। उत्कृष्ट काव्य सृजन के लिए उन्हें साहित्य वसुधा, सदाबहार कलम, कीर्तिमान साहित्य, साहित्य उत्थान, दैनिक नवीन कदम छत्तीसगढ़ आदि साहित्यिक मंचो से 70 से ज्यादा सम्मान व अवाॅर्ड प्राप्त हो चुके हैं।
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सुमन की काव्य रचनाओं को मिले कई पुरस्कार
समाजसेवी सुमन पाठक ने लेखन के क्षेत्र में कदम रखते हुए अपनी छाप छोड़ी है। काव्य रचनाओं के लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। व्यापारी नवनीत पाठक की पत्नी सुमन ने बताया कि बचपन से ही लेखन का शौक रहा है। स्कूल समय से साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लिया। उनके कादम्बिनी, धर्मयुग, रूपायन समेत कई पत्र-पत्रिकाओं में लेख और कविताएं प्रकाशित हो चुकी हैं। विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं में आॕनलाइन व आॕफलाइन काव्य पाठ कर छाप छोड़ी हैं। उन्हें वर्ष 2023 से अब तक कई पुरस्कार हासिल हुए हैं।
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सरिता की कई पुस्तकें हो चुकी प्रकाशित
शहर के भारद्वाज कॉलोनी निवासी कवयित्री सरिता वाजपेयी की कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। सरिता ने बताया कि विद्यार्थी जीवन में भोपाल के आकाशवाणी में कक्षा अध्यापक के माध्यम से जुड़ीं थी। तभी से साहित्य को लेकर रुझान बढ़ा है। शादी के बाद शाहजहांपुर आने पर राष्ट्रीय कवि दादा दामोदर स्वरूप विद्रोही व राज बहादुर विकल का सानिध्य मिला। उनकी रचनाएं कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुईं। बताया कि 2019 में साहित्य भूमि ने उनकी पुस्तक धूल चंदन लगती है प्रकाशित की। तीन और पुस्तकें जल्द ही प्रकाशित होंगी। उन्हें महादेवी सम्मान बंगलूरू व हैदराबाद में हिंदी रत्न सम्मान मिल चुका है।
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कृभको नगर की रहने वाली कवयित्री वीनस जैन कविताएं, आलेख लिखती हैं। पिछले पांच वर्षों से निरंतर देश, विदेश के हिंदी समाचार पत्रों में उनकी कविताएं छप रही हैं। वीनस बताती हैं कि उनकी करीब 650 से ज्यादा कविताएं प्रकाशित हो चुकी है। जर्मनी के बच्चों को भी वीनस ने लिपि संस्था से जुड़कर हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर पढ़ाया। उत्कृष्ट काव्य सृजन के लिए उन्हें साहित्य वसुधा, सदाबहार कलम, कीर्तिमान साहित्य, साहित्य उत्थान, दैनिक नवीन कदम छत्तीसगढ़ आदि साहित्यिक मंचो से 70 से ज्यादा सम्मान व अवाॅर्ड प्राप्त हो चुके हैं।
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सुमन की काव्य रचनाओं को मिले कई पुरस्कार
समाजसेवी सुमन पाठक ने लेखन के क्षेत्र में कदम रखते हुए अपनी छाप छोड़ी है। काव्य रचनाओं के लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। व्यापारी नवनीत पाठक की पत्नी सुमन ने बताया कि बचपन से ही लेखन का शौक रहा है। स्कूल समय से साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लिया। उनके कादम्बिनी, धर्मयुग, रूपायन समेत कई पत्र-पत्रिकाओं में लेख और कविताएं प्रकाशित हो चुकी हैं। विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं में आॕनलाइन व आॕफलाइन काव्य पाठ कर छाप छोड़ी हैं। उन्हें वर्ष 2023 से अब तक कई पुरस्कार हासिल हुए हैं।
सरिता की कई पुस्तकें हो चुकी प्रकाशित
शहर के भारद्वाज कॉलोनी निवासी कवयित्री सरिता वाजपेयी की कई पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। सरिता ने बताया कि विद्यार्थी जीवन में भोपाल के आकाशवाणी में कक्षा अध्यापक के माध्यम से जुड़ीं थी। तभी से साहित्य को लेकर रुझान बढ़ा है। शादी के बाद शाहजहांपुर आने पर राष्ट्रीय कवि दादा दामोदर स्वरूप विद्रोही व राज बहादुर विकल का सानिध्य मिला। उनकी रचनाएं कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुईं। बताया कि 2019 में साहित्य भूमि ने उनकी पुस्तक धूल चंदन लगती है प्रकाशित की। तीन और पुस्तकें जल्द ही प्रकाशित होंगी। उन्हें महादेवी सम्मान बंगलूरू व हैदराबाद में हिंदी रत्न सम्मान मिल चुका है।

वीनस जैन, साहित्यकार। स्रोत: स्वयं

वीनस जैन, साहित्यकार। स्रोत: स्वयं