अचलगंज। हर वर्ष की तरह इस बार भी माइनरों की सिल्ट सफाई में धांधली बरती गई। मुख्य मार्गों के किनारे तीन सौ मीटर दूर तक साफ सफाई कर बाकी माइनर को छोड़ दिया गया। ऐसे में टेल तक पानी पहुंचने की उम्मीद शून्य है।
ब्लॉक सिकंदरपुर कर्ण क्षेत्र में सिंचाई का मुख्य साधन माइनर है। सफाई के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार के चलते माइनरों में टेल तक पानी नहीं पहुंचता है। क्षेत्र की मुख्य माइनर मुगलपुर की स्थिति यही है। बेहटी गोपालपुर के पास से गुजरी माइनर में अचलगंज-गंगाघाट मुख्य मार्ग के पास मात्र तीन सौ मीटर तक सफाई करके छोड़ दिया गया।
किसानों का कहना है कि ठेकेदार मुख्य मार्गों के किनारे इतनी दूर तक सफाई करते हैं कि सड़क से गुजरने वाले लोगों को जहां तक दिखे, वहां तक अच्छी सफाई नजर आए। अंदर जाकर देखने से पता लगता है कि पूरी माइनर झाड़ियों और खरपतवार से पटी पड़ी हुई है। यही स्थिति अचलगंज माइनर की भी है। यहां कस्बे के आगे बलउखेड़ा के बाद सफाई न होने से माइनर का अस्तित्व ही खत्म होता जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि करीब 20 वर्ष से माइनर का पानी बलउखेड़ा से आगे नहीं जा पाया है। शारदा खंड उन्नाव के अधिशासी अभियंता गगन कुमार शुक्ल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर जल्द ही पूरी माइनर की सफाई कराई जाएगी।