मृत बच्चा पैदा होने पर परिजनो ने किया हंगामा, केस दर्ज होने पर डॉक्टरों ने ये किया
दोपहर 12 बजे के बाद मंडलीय अस्पताल के सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले गए। इससे मरीजों को काफी परेशानी हुई। उधर, सीएमएस की तहरीर पर भी छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। डॉक्टर शनिवार को काम पर लौट आएंगे।
तरवां थानाक्षेत्र के सुल्तानपुर नयापुरा निवासी रंजना पत्नी प्रदीप सिंह को प्रसव पीड़ा होने पर सात सितंबर को जिला महिला अस्पताल लाया गया था। डॉ. लालमणि ने ऑपरेशन करने की बात कही। परिजनों ने रंजना को डॉ. शिप्रा सिंह के अंडर में भर्ती कराया व नार्मल डिलीवरी कराने की बात कही थी।
दोपहर दो बजे के बाद सभी डॉक्टर घर चले गए। इधर, रंजना को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो अस्पताल में उसे अटेंड करने वाला कोई नहीं था। घर वालों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से कर दी। डीएम की फटकार के बाद डॉ. लालमणि और डॉ. शिप्रा अस्पताल पहुंचीं।
देर शाम ऑपरेशन के बाद रंजना को मृतबच्चा पैदा हुआ। इस पर घरवाले लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे तो वहां फोर्स बुला ली गई। बाद में घर वालों ने रात में ही डॉ. लालमणि और डॉ. शिप्रा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया।
शुक्रवार की सुबह इन लोगों ने डाक्टरों को घेरकर फिर हंगामा किया। आरोप है कि चिकित्सकों के साथ गाली-गलौज भी की गई। इससे नाराज ओपीडी के चिकित्सकों ने हड़ताल कर दी। हालांकि इस दौरान इमरजेंसी सेवा चालू थी।
बाद में महिला अस्पताल की सीएमएस अमिता अग्रवाल की ओर से दी गई तहरीर पर हरि नारायण सिंह, प्रदीप सिंह, सपना, रीता, कुसुम समेत छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। सीएमएस ने कहा कि पांच दिन में उत्पात करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई और चिकित्सकों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई तो चिकित्सक फिर हड़ताल पर चले जाएंगे।