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मरीज की मौत पर अस्पताल में हंगामा, एक्सपायर्ड दवा से इलाज का आरोप
ब्यूरो,अमर उजाला,वाराणसी
Updated Sun, 05 Feb 2017 12:04 AM IST
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निदेशक समेत अज्ञात डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा
- फोटो : अमर उजाला
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वाराणसी के सुंदरपुर स्थित लाइफ लाइन अस्पताल में शनिवार की दोपहर लोहता के केराकतपुर निवासी बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी विनोद सरोज (40) की इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें हाथ के पंजे का आपरेशन कराने के लिए यहां भर्ती कराया गया था।
मौत के बाद परिवारवालों ने जमकर हंगामा किया। वे अस्पताल के सामने ही धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि अस्पताल की ओर से एक्सपायर्ड दवा देने से मौत हुई। मौके पर पहुंचे सीओ भेलूपुर राजेश श्रीवास्तव और एसीएम ने उन्हें किसी तरह शांत कराया।
विनोद की पत्नी तारा देवी की तहरीर पर निदेशक समेत अज्ञात डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
विनोद सरोज का पंजा दो साल पूर्व बिजली का तार जोड़ते समय करेंट से जल गया था। पिछले दिनों आपरेशन के लिए वह लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती हुए थे। शुक्रवार की शाम प्लास्टिक सर्जरी के बाद से ही हालत खराब होने लगी।
बेटे सूरज ने डॉक्टरों से इसकी शिकायत की तो ब्लड प्रेशर लो होने की बात कहकर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। इलाज के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई। घरवालों को शनिवार की सुबह इसकी जानकारी दी गई।
अस्पताल में हंगामे के दौरान परिवारवालों का आरोप था कि जो दवा दी गई, वह 2016 में ही एक्सपायर्ड हो चुकी थी। कुछ इंजेक्शन भी गलत लगाए गए। जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे के आश्वासन पर किसी तरह माहौल शांत हुआ।
उसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। विनोद भेलूपुर पावर हाउस में संविदा पर लाइन मैन था।
एसीएम प्रथम डॉ. नागेंद्र नाथ यादव ने बताया की सरकार की ओर से मिलने वाली मदद पीड़ित परिवार को दी जाएगी। अस्पताल के मेडिकल स्टोर को सील कर जांच के लिए सीएमओ को पत्र लिखा जा रहा है।
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मौत के बाद परिवारवालों ने जमकर हंगामा किया। वे अस्पताल के सामने ही धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि अस्पताल की ओर से एक्सपायर्ड दवा देने से मौत हुई। मौके पर पहुंचे सीओ भेलूपुर राजेश श्रीवास्तव और एसीएम ने उन्हें किसी तरह शांत कराया।
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विनोद की पत्नी तारा देवी की तहरीर पर निदेशक समेत अज्ञात डॉक्टरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
विनोद सरोज का पंजा दो साल पूर्व बिजली का तार जोड़ते समय करेंट से जल गया था। पिछले दिनों आपरेशन के लिए वह लाइफ लाइन अस्पताल में भर्ती हुए थे। शुक्रवार की शाम प्लास्टिक सर्जरी के बाद से ही हालत खराब होने लगी।
बेटे सूरज ने डॉक्टरों से इसकी शिकायत की तो ब्लड प्रेशर लो होने की बात कहकर उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया। इलाज के दौरान देर रात उनकी मौत हो गई। घरवालों को शनिवार की सुबह इसकी जानकारी दी गई।
अस्पताल में हंगामे के दौरान परिवारवालों का आरोप था कि जो दवा दी गई, वह 2016 में ही एक्सपायर्ड हो चुकी थी। कुछ इंजेक्शन भी गलत लगाए गए। जिम्मेदार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे के आश्वासन पर किसी तरह माहौल शांत हुआ।
उसके बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। विनोद भेलूपुर पावर हाउस में संविदा पर लाइन मैन था।
एसीएम प्रथम डॉ. नागेंद्र नाथ यादव ने बताया की सरकार की ओर से मिलने वाली मदद पीड़ित परिवार को दी जाएगी। अस्पताल के मेडिकल स्टोर को सील कर जांच के लिए सीएमओ को पत्र लिखा जा रहा है।