Pollution: वाराणसी शहर में धूल के 15 हॉट स्पॉट, फिर भी नहीं मिल रही राहत; लोगों की सेहत खराब कर रहे धूल के कण
Varanasi News: वाराणसी शहर में कई जगहों पर सड़कों की खोदाई की गई है, जिसके चलते धूल के कण लोगों की सेहत खराब कर रहे हैं। निगम द्वारा कई जतन किए गए, लेकिन राहत नहीं मिली।
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वाराणसी शहर में धूल के 15 हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। बावजूद इसके राहत नहीं मिल रही है। स्वच्छ वायु नीति लागू होने के बाद भी लोग धूल फांकने को मजबूर हैं। नगर निगम की ओर से पानी के छिड़काव, निर्माण कार्य स्थलों पर हरे पर्दे लगाने का प्रावधान किया गया है। बावजूद इसके शहर की हालत इन दिनों बद से बदतर हो चुकी है।
निगम ने ट्रैफिक के लिए भीड़भाड़ वाले 21 स्थान चिह्नित किए थे। उन स्थानों पर विगत कुछ समय से अतिक्रमण हटाने और वहां पर नियमित सफाई कराई गई है, जिससे प्रदूषण में कमी हो सके। इसके अलावा कई जगहों पर सड़कों की खोदाई की गई है, जिसके चलते धूल के कण लोगों की सेहत खराब कर रहे हैं।
पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत जारी नवीनतम मूल्यांकन रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी और प्रयागराज देश में केवल दो ऐसे शहर हैं, जिन्हें पूर्ण अंक प्राप्त हुए थे।
इस मूल्यांकन के तहत 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों में किए गए परीक्षण के बाद यह उपलब्धि हासिल हुई है। स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में वाराणसी ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी। पूरे देश में वायु गुणवत्ता सूचकांक के तहत वाराणसी को 100 में 100 अंक प्राप्त हुए थे। शहरी पर्यावरण प्रबंधन, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भारत सरकार ने अंक दिए थे।
सांस रोगियों का बढ़ सकता है दायरा
शहर के जिन इलाकों में निर्माण कार्य हो रहे हैं उसके आसपास रह रहे या गुजर रहे लोगों पर असर पड़ रहा है। सांस के रोगियों को दिक्कत होती है।पीएम-10 व पीएम-2.5 के स्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से रोगियों का दायरा बढ़ सकता है।
ये हैं धूल के हॉट स्पॉट
सिगरा व संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम के आसपास, रविंद्रपुरी, बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के सामने का हिस्सा, ककरमत्ता फ्लाईओवर के पास का हिस्सा, बनारस स्टेशन के पास दो स्थल, नवीन मंडी पहड़िया, लाटभैरव सरैया, सुरभि होटल पहड़िया के सामने का हिस्सा, सिद्धगिरीबाग, औरंगाबाद, सोनिया।
क्या बोले अधिकारी
धूल उड़ाने वालों पर पिछले दिनों जुर्माना लगाया गया था। इस समय प्रतिदिन पेड़ों और डिवाइडरों पर मिस्ट गन से पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। इसके अलावा प्रमुख सड़कों पर भी सुबह-शाम पानी का नियमित छिड़काव कराया जाता है। काम नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। -हिमांशु नागपाल, नगर आयुक्त