Road Accident: वाराणसी के मुनारी बाजार में बेकाबू कार ने किशोर को रौंदा, 3 दिन पहले ही बुआ के घर घूमने आया था
वाराणसी के मुनारी बाजार में गुरुवार को अनियंत्रित कार ने किशोर को रौंद दिया। घटनास्थल पर ही किशोर की मौत हो गई। वहीं, कार की चपेट में आकर बाइक सवार युवक और किशोर भी घायल हुआ।


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वाराणसी के मुनारी बाजार में गुरुवार को अनियंत्रित कार ने किशोर को रौंद दिया। घटनास्थल पर ही किशोर की मौत हो गई। वहीं, कार की जद में आकर बाइक सवार युवक और किशोर भी घायल हुआ। टक्कर के बाद कार पेड़ में टकरा गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार को कब्जे लिया। इकलौते बेटे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया।
शंकरपुर चिरईपुर गांव निवासी भोला गुप्ता मुनारी निवासी अपने बहनोई श्यामजी के यहां रहते हैं और मुनारी बाजार में चाट की दुकान लगाते हैं। इकलौता बेटा अंश उर्फ यश (13) अपनी बुआ के यहां मेला देखने के लिए आ गया था। अपराह्न के समय वह अपने पापा की चाट की दुकान पर कुछ सामान लेकर पैदल ही जा रहा था।
कार चालक भाग निकला
मुनारी प्राथमिक विद्यालय के समीप पहुंचा था। इसी बीच तेज रफ्तार कार अंश उर्फ यश को रौंदते हुए पास में खड़ी बाइक, साइकिल को टक्कर मारते हुए पेड़ में टकरा गई। घटनास्थल पर ही अंश उर्फ यश की मौत हो गई। जबकि चोलापुर के गरथमा निवासी अजय कुमार (25) और विकास (16) घायल हो गए। आसपास के लोगों ने तुरंत घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया।
मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी राजेश सिंह ने शव को कब्जे में लिया। हादसे के दौरान कार चालक भाग निकला। इकलौते बेटे की मौत से परिजन बेसुध हो गए। शव को पोस्टमार्टम को भिजवाया। चौबेुपर थाना प्रभारी राजेश सिंह के अनुसार कार से हादसा हुआ, गाड़ी मालिक और चालक की पहचान कर ली गई है। मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
तीन दिन पहले ही आया था मुनारी
दुर्गा पूजा का मेला घूमने के लिए अंश उर्फ यश अपनी बुआ के यहां तीन दिन पहले मुनारी आया था। वो प्राथमिक विद्यालय चिरईगांव में कक्षा पांच का छात्र था। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए।
पीड़ित परिवार को आर्थिक धनराशि दिलाने की जिला प्रशासन से मांग की है। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि कार की रफ्तार बहुत तेज थी। सड़क से अचानक कार अंश को रौंदते हुए नीम के पेड़ की तरफ घूम गई। यदि नीम का पेड़ नहीं होता तो वहां बड़ी घटना होती। जिस समय कार अनियंत्रित हुई बाजार में काफी भीड़ थी।
हे दुर्गा माई, हमरे ललनवा के जीनगी काहे छीन लेहलू
इकलौते बेटे की असमय मौत की सूचना मिलते ही मां अंजनी बदहवाश हो गई। किसी तरह सूचना पाकर वह भी अंश की बुआ के यहां पहुंची। बेटे की मौत पर वह अचेत हो रही थी। जब होश में आती तो सिर्फ यही कहती कि ‘हे दुर्गा माई, हमरे ललनवा के जिनगी काहे छीन लहेलू..’ परिजनों के इस करूण क्रंदन से मौजूद हर किसी की आंखें डबडबा गईं।
पुलिस ने तुरंत शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी हाउस भिजवा दिया। दो बहनें जागृति (13) आौर आकृति (09) भी भाई की मौत से सदमे में थी। वह यही कहती कि अब हम किसकी कलाई पर राखी बांधेंगे। भाई के गम से दो बहनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। वहीं, पिता को लोग ढांढस बंधाने में लगे रहे।