पर्यटन को बढ़ावा: मृगवन की तर्ज पर विकसित होगा वाराणसी का उंदी ताल, परियोजना को हरी झंडी
पर्यटकों को लुभाने के लिए वाराणसी के उंदी ताल पर बनने वाले इको टूरिस्ट स्पॉट (सिटी फारेस्ट) को आकार दिए जाने की कोशिशें तेज हो गईं हैं। इस परियोजना को शासन की ओर से हरी झंडी मिल गई है।

विस्तार
पर्यटकों को रिझाने के लिए वाराणसी के हरहुआ क्षेत्र स्थित ग्राम उंदी में प्रस्तावित परियोजना को शासन की ओर से हरी झंडी मिल गई है। तथागत की प्रथम उपदेशस्थली के नजदीक उंदी को मृगवन की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए 19.66 करोड़ रुपये मंजूर कर दिया गया है। इसके साथ ही शासन से ही परियोजना का नाम गौतमबुद्ध ईको पार्क उंदी तय कर दिया गया है।

इस परियोजना के संशोधित डीपीआर को विकास प्राधिकरण तैयार करने में जुट गया है। दरअसल, उंदी ताल के 78 एकड़ एरिया में ईको-टूरिज्म को विस्तार देना है। वहां आधुनिक साइकिल ट्रैक के निर्माण के साथ ही ध्यान केंद्र, सात से अधिक कुंडों का निर्माण, नाव संचालन, झील, कॉटेज, वेलनेस सेंटर, चिडिय़ां व संसाधनों की देखरेख के लिए वाचिंग टावर आदि का निर्माण करना है।
पर्यटकों के लिहाज से विकसित करने की योजना
जो भी निर्माण होगा उसमें मानव-पर्यावरण का खास ख्याल रखा जाएगा। पिछले दिनों प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए बैठक में कार्यदाई संस्था वीडीए को संशोधित डीपीआर भेजने को कहा था। इसके बाद वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने यहां का दौरा कर परियोजना के संधोधित डीपीआर का खाका खींचा था। यहां बता दें कि पर्यटन के बड़े केंद्र सारनाथ के पास स्थित उंदी को पर्यटकों के लिहाज से विकसित करने की योजना है।
सारनाथ से जुड़ जाएंगी उंदी परियोजना
अध्ययन में पाया गया कि तथागत के मृगवन का क्षेत्र भी इन्हीं स्थानों पर रहा होगा। ऐसे में इस उंदी परियोजना का सीधा ज़ुड़ाव सारनाथ से किया गया है। सारनाथ में हर दिन हजारों पर्यटक आते हैं और यहां से उंदी परियोजना के जुड़ने से पर्यटकों का रूझान यहां भी बढे़गा।
वीडीए उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने कहा कि उंदी परियोजना को शासन की ओर से मंजूरी मिल गई है। हमारी ओर से संशोधित डीपीआर तैयार कराया जाएगा और जल्द ही शासन को भेज दिया जाएगा।
शहर के कुंडों और तालाबों का होगा सुंदरीकरण
उन्होंने बताया कि तालाब के आस पास बैठने के लिए बेंच आदि लगाए जाएंगे। यही नहीं जहां जरूरत होगी वहां फव्वारे भी लगाए जाएंगे। आकर्षक लाइटिंग के साथ पाथवे का निर्माण कराया जाएगा, ताकि दूर दराज से आने वाले पर्यटकों को लुभाया जा सके। पिछले दिनों कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बैठक कर नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए थे, इसके बाद इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
शहरी क्षेत्र के अधिकांश तालाबों पर अतिक्रमण
कई तालाबों पर अतिक्रमण व पक्के निर्माण होने के चलते उनका सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है। इन तालाबों को कब्जे से मुक्ति व सुंदरीकरण के लिए कमेटी गठित है। कमेटी सर्वे कर तालाबों का चयन करने में जुटी है। इन तालाबों को आकर्षक बनाने के साथ ही उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा।