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Delhi: कर्नाटक संगीत की भक्तिमय धारा में डूबी दिल्ली
कर्नाटक संगीत की सुरमयी परंपरा और संत-काव्य की आध्यात्मिक चेतना से सजी संध्या शनिवार को दिल्ली में साकार हुई। तीसरे ग्लोबल कर्नाटक कॉन्फ्लुएंस के तहत ‘संत प्रवाह’ कार्यक्रम का सफल आयोजन मयूर विहार के कार्तिकायनी ऑडिटोरियम में हुआ। यह कार्यक्रम एचसीएल कॉन्सर्ट्स और गुरुकुलम फाउंडेशन की ओर से प्रस्तुत किया गया। संध्या की मुख्य प्रस्तुति में प्रख्यात कर्नाटक गायिकाएं विदुषी सविता श्रीराम और विदुषी वसुधा रवि ने रसिकों को भारत के संत कवियों की भक्ति-रचनाओं के माध्यम से एक आध्यात्मिक यात्रा पर ले जाया। मीरा, तुलसीदास, तुकाराम, पुरंदरदास, त्यागराज सहित अनेक संत-कवियों की रचनाओं को उन्होंने तकनीकी दक्षता और गहन भावाभिव्यक्ति के साथ प्रस्तुत किया, जिसने श्रोताओं को गहरे स्तर पर छू लिया।
गायन को सशक्त संगत प्रदान की आर श्रीधर (वायलिन), एम एस वेंकट सुब्रमण्यम (मृदंगम) और चंद्रशेखर (हारमोनियम) ने। संगत और गायन के संतुलित संवाद ने पूरे कार्यक्रम को एक समृद्ध और डूब जाने वाला संगीत अनुभव बना दिया।
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