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नारनौल में श्रमिक-कर्मचारी व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लघुसचिवालय में किया रोष प्रदर्शन
एआईयूटीयूसी से जुड़ी यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार की श्रमिक-कर्मचारी व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लघु सचिवालय में रोष प्रदर्शन किया। लघु सचिवालय पार्क नारनौल में एकत्रित होकर मास्टर सुबे सिंह, कृष्णा देवी, संतोष ढिल्लों, मधु देवी, मुनेश, कमलेश, सुरेश चंद नंगली, जगदीश प्रसाद, महेंद्र सिंह चौहान, शेर सिंह के अध्यक्षीय मंडल की अध्यक्षता में सभा आयोजित की।
विरोध प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। जिला प्रधान मास्टर सुबे सिंह ने देशव्यापी आंदोलन के बारे में विस्तार से प्रस्तावना रखी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका यूनियन हरियाणा की राज्य प्रधान कृष्णा देवी ने सरकार से स्कीम वर्कर्स को अपना कर्मचारी मानने व न्यूनतम वेतन रुपये 28000 लागू करने की मांग की। आशा कार्यकर्ता यूनियन हरियाणा की राज्य महासचिव मधु देवी ने कहा कि आशा वर्कर गांवों में प्राथमिक चिकित्सक का कार्य करती है, लेकिन आशा कार्यकर्ताओं को सरकार न्यूनतम वेतन तक नहीं दी रही है।
ग्रामीण चौकीदार संगठन के जिला प्रधान सुरेश चन्द नंगली व पूर्व जिला प्रधान मनोज कुमार तोबड़ा, ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा के जिला सचिव जगदीश प्रसाद, ग्रामीण ट्यूबवेल ऑपरेटर यूनियन हरियाणा के जिला प्रधान महेन्द्र सिंह चौहान, पार्ट टाइम कर्मचारी यूनियन हरियाणा के जिला उप प्रधान मुकेश कुमार ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों, ग्रामीण चौकीदारों, जल कर्मियों, एजुसेट स्कूल चौकीदार व पार्ट टाइम कर्मचारियों सहित कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग की गई।
मिड-डे मील कार्यकर्ता यूनियन की मुनेश ने कहा कि मिड डे मील कुक कम हेल्पर्स स्कूलों में नौनिहालों को कुपोषण से बचाने का काम करती है, लेकिन उन्हें भी समय पर वेतन नहीं दिया जाता है। एआईयूटीयूसी जिला सचिव छाजूराम रावत ने कहा कि गांव के गरीबों को साल में पूरा काम भी नहीं दिया जाता, जबकि गांवों में मनरेगा के तहत साल भर काम देने व सम्मान जनक जीने लायक मजदूरी दिए जाना निहायत जरूरी है।
एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व स्वतंत्र फेडरेशन के आह्वान पर देशव्यापी इस आंदोलन का पुरजोर समर्थन किया। सभा का संचालन मास्टर सुबे सिंह ने किया। इस अवसर पर बलजीत, जया, किरण, उषा,मलखान सिंह, गीता, बबली,राजेन्द्र प्रसाद, अशोक कुमार, बस्ती राम, नरेंद्र कुमार, सत्यवान, सरस्वती, सुमन, सुमित्रा, कमलेश सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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