{"_id":"69492f2d37e215fd5702105f","slug":"video-two-accused-arrested-in-robbery-case-2025-12-22","type":"video","status":"publish","title_hn":"रेवाड़ी: पिता के एक्सिडेंट का बदला लेने व हिस्ट्रीशीटर का साम्राज्य खत्म करने के लिए देवांशु बना अपराधी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
रेवाड़ी: पिता के एक्सिडेंट का बदला लेने व हिस्ट्रीशीटर का साम्राज्य खत्म करने के लिए देवांशु बना अपराधी
15/16 दिसंबर की रात को बनीपुर चौक के पास टैक्सी चालक संजय को गोली मारकर गाड़ी व कैश लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी राजस्थान के जिला अजमेर के गांव अखर घूघरा घाटी नजदीक भेरू मंदिर गली निवासी देवांशु व यूपी के जिला आजमगढ़ के गांव सुरजीपुर निवासी शुभम वर्मा से पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए भारी मात्रा में अवैध हथियार व अन्य उपकरण बरामद किए हैं।
आरोपी देवांशु व शुभम वर्मा ने 5 दिन के रिमांड के दौरान भारी मात्रा में अवैध हथियार व अन्य उपकरण बरामद कराए हैं। पुलिस द्वारा पूछताछ में पीएचडी की तैयारी कर रहे आरोपी देवांशु ने इस बात का खुलासा किया है कि राजस्थान पुलिस में ईमानदार पुलिसकर्मी रहे उसके पिता के प्लांड एक्सिटेंड में हिस्ट्रीशीटर विनोद फैडरिक का हाथ था, जिसे सबक सिखाने के लिए उसने अपने साथी शुभम के साथ मिलकर हथियार व अन्य उपकरण एकत्रित किए थे।
डीएसपी सुरेंद्र श्योराण प्रेसवार्ता में बताया कि पूछताछ के दौरान बात सामने आई है कि देवांशु का पिता सूरजभान वर्ष 1988 में राजस्थान पुलिस में सिपाही के तौर पर भर्ती हुआ था। सूरजभान की पहचान एक ईमानदार पुलिसकर्मी के रूप में थी। उन्होंने सेवा में रहते हुए कई बदमाशों को सलाखों के पीछे करने में बड़ा योगदान दिया था। विनोद फैडरिक नाम के नशा कारोबारी को सूरजभान ने ही सलाखों के पीछे डालने में मुख्य भूमिका निभाई थी। विनोद की गिरफ्तारी के बाद सूरजभान का वर्ष 1995 प्लांड एक्सिडेंट हो गया था। देवांशु और उसके परिजनों को पूरा संदेह था कि सूरजभान का एक्सीडेंट विनोद फैडरिक ने ही रंजिश के चलते कराया है। इसके बाद पढ़ाई जारी रखते हुए देवांशु के दिमाग में पिता के एक्सिडेंट का बदला लेने व विनोद फैडरिक का साम्राज्य खत्म करने के लिए हथियार व अन्य आवश्यक उपकरण लोन लेकर जुटाने शुरू कर दिए थे।
पढ़ाई के दौरान देवांशु की शुभम से हुई थी दोस्ती
पढ़ाई के दौरान देवांशु की आजमगढ़ निवासी शुभम से दोस्ती हो गई थी, जिसने उसे मेरठ निवासी बंटी से हथियार दिलवाए थे। शुभम यूजीसी नेट की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने गत 19 दिसंबर को इस मामले में संलिप्त आरोपी यूपी के जिला मेरठ के भगवतपुरा निवासी बंटी सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी बंटी ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है। वह हथियारों की खरीद-फरोख्त का धंधा करता है। पुलिस उससे भी हथियार खरीदने के ठिकाने का पता लगा रही है। बंटी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था और तीन दिन के रिमांड पर था। अभी आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।