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VIDEO : यमुनानगर में वसंत पंचमी के लिए तैयार मां सरस्वती की मूर्तियां
वसंत पंचमी का पर्व आज जिलेभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। जिले के मूर्तिकारों ने पूजन व विसर्जन के लिए मां सरस्वती जी की भव्य और सुंदर मूर्तियां तैयार की हैं। लोग मूर्तियों को लेने के लिए पहुंच रहे हैं। अपने कार्यक्रम के हिसाब से लोग मां सरस्वती की मूर्तियों को कार व ट्रैक्टर-ट्रालियों में रख कर अपने मोहल्लों व घरों में ले जा रहे हैं। वसंत पंचमी पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
जिले में पंचायत भवन के सामने सेक्टर-17 में डॉ. भीमराव आंबेडकर नगर के पास मूर्तियां बनाने वाले कारीगर रहते हैं। वह करीब 15 साल से यहीं रह कर गणेश जी महाराज, मां सरस्वती व दुर्गा माता की मूर्तियां पीओपी और मिट्टी से तैयार करते हैं। मूर्तिकार जीता राम ने बताया कि उन्होंने 500 रुपये से लेकर 5000 रुपये कीमत की मां सरस्वती की मूर्तियां बनाई हैं। मूर्ति की अधिकतम ऊंचाई छह फीट तक है। मूर्तियों को सजाने के लिए उन्होंने विशेष रूप से डेकोरेटर सोमनाथ को लगा रखा है। वह बहुत ही सुंदर तरीके से मूर्तियों की सजावट करते हैं। उन्होंने बताया कि इस बार मां सरस्वती की मूर्तियों के ऑर्डर बहुत कम आए हैं। उनके पास करीब 40 ऑर्डर ही आए हैं। जबकि हर बार 60 से 70 मूर्तियां लोग ले जाते थे।
आठ साल में 200 रुपये का हो गया पीओपी का बैग:
अन्य मूर्तिकार रमेश ने बताया कि अब कोई भी मूर्ति बनाने पर लागत काफी ज्यादा बढ़ गई है। आठ साल पहले पीओपी का एक बैग केवल 80 रुपये का आता था, जो अब 200 रुपये का आने लगा है। छह फीट की एक मूर्ति बनाने में पांच से छह बैग लग जाते हैं। करीब 10 दिन में एक मूर्ति तैयार होती है।
मूर्तियों को सजाने के लिए पानी वाले रंग भी विशेष रूप से राजस्थान से मंगवाने पड़ते हैं। यह रंग बहुत महंगे मिलते हैं। इन रंगों से कोई नुकसान नहीं होता। यह क्योंकि केमिकल वाले रंग से सजी मूर्तियों को यमुना के पानी में विसर्जन करने की मनाही है। वहीं इस बार मूर्तियों की मांग काफी कम है। यही वजह है कि केवल ऑर्डर पर ही मूर्तियां बनाई हैं। क्योंकि ज्यादा मूर्तियां बनाने
से उन्हें नुकसान होता है।
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