छिंदवाड़ा में यूरिया के लिए प्रदर्शन करने वाले किसानों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इसको लेकर किसानों ने विरोध जताया है। इस घटना को लेकर कमलनाथ ने कहा कि सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश भर में यूरिया का गंभीर संकट बना हुआ है।
कमलनाथ का बयान उस वक्त आया है जब छिंदवाड़ा में यूरिया संकट को लेकर प्रदर्शन करने वाले 140 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कमलनाथ ने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने में लगी है। जो भी आवाज उठाता है, उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जा रही है। कमलनाथ ने प्रदेश की हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि आज मध्य प्रदेश केवल घोषणाओं और आश्वासनों के सहारे चल रहा है। किसानों, नौजवानों और छोटे व्यापारियों की हालत खराब है। कोई भी वर्ग ऐसा नहीं जो राहत महसूस कर रहा हो।
ये भी पढ़ें-बुआ को करंट से बचाने दौड़ा भतीजा, दोनों की मौत, दो परिवारों में पसरा मातम
कमलनाथ ने आदिवासी जमीनों के कन्वर्जन के मामलों को भी बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा, यह बहुत बड़ा घोटाला है। इससे पूरे प्रदेश के आदिवासी प्रभावित हो रहे हैं और सरकार आंख मूंदे बैठी है। पूर्व मुख्यमंत्री के इन बयानों से एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में गर्माहट आ गई है। आने वाले समय में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।