दमोह जिले के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वर धाम बांदकपुर में श्रावण सोमवार को गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। इस फैसले का भक्तों और जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया है। वे गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति की मांग कर रहे हैं। पिछले सोमवार को भी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिला था, जिसके बाद दमोह सांसद राहुल सिंह ने वीडियो जारी कर कहा था कि अगले तीन सोमवार तक भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश मिलेगा, लेकिन एसपी श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने स्पष्ट कर दिया कि दूसरे श्रावण सोमवार को पहले जैसी ही व्यवस्था रहेगी। भक्तों को गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिलेगा।
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भक्तों का कहना है कि बांदकपुर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यहां परंपरा के अनुसार कांवड़ में मां नर्मदा का जल लेकर सैकड़ों किमी की पैदल यात्रा कर कांवड़िए पहुंचते हैं। गर्भगृह में प्रवेश न मिलने से उनकी धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंच रही है। हटा की 'जय हिंदू राष्ट्र कांवड़ यात्रा' के कांवड़ियों ने कहा कि यदि प्रशासन ने निर्णय नहीं बदला तो वे इस वर्ष बांदकपुर नहीं आएंगे। उनकी यह यात्रा पिछले 9 वर्षों से लगातार हो रही है। शहपुरा भिटोनी के माल कछार से आने वाली मां जगदंबा कांवड़ यात्रा के प्रमुख अखिलेश नामदेव ने भी वीडियो जारी कर प्रशासन से आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि वे पिछले 10 साल से 150 किमी की पैदल यात्रा कर बांदकपुर पहुंचते हैं। सभी कांवड़िए गर्भगृह में प्रवेश की इच्छा रखते हैं।
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दमोह के मारूताल से हर सोमवार को 100 से 200 ग्रामीणों के साथ पैदल यात्रा कर बांदकपुर पहुंचने वाले नितिन राजपूत ने कहा कि शासन से अपेक्षा है कि गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी जाए। साथ ही व्यवस्थाएं भी बढ़ाई जाएं। भक्तों और व्यापारियों का कहना है कि गर्भगृह में प्रवेश पर रोक से श्रद्धालुओं की संख्या घटेगी। इससे मंदिर से जुड़े प्रसाद, फूल, चाय-नाश्ता और ई-रिक्शा व्यवसाय पर असर पड़ेगा। आर्थिक नुकसान होगा। गर्भगृह में प्रवेश की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है। एसपी श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने कहा- इस सोमवार भी अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इसलिए गर्भगृह में जल चढ़ाने की अनुमति नहीं रहेगी। इस बारे में सभी जनप्रतिनिधियों से बात हुई है। हम अच्छी से अच्छी व्यवस्था देने का प्रयास करेंगे और इस सोमवार की भीड़ का आकलन भी करेंगे।