मध्यप्रदेश के किसानों से समर्थन मूल्य में धान खरीदी लगातार जारी है, लेकिन उन्हें भुगतान में लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसकी एक बड़ी वजह धान का परिवहन न होना है, क्योंकि जब तक किसानों की उपज वेयरहाउस में सुरक्षित नहीं पहुंचती, तब तक उनका भुगतान नहीं होता। इसे लेकर कलेक्टर ने अब तक 8 से अधिक बैठकें की हैं। जिनमें अधिकारियों को खरीदी केंद्रों में हो रही समस्याओं को खत्म कर जल्द से जल्द धान का परिवहन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें, कटनी जिले में 89 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, जहां अब तक 3 लाख 26 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। वहीं, अधिकांश वेयरहाउस के भर जाने के बाद उपार्जन केंद्रों में धान से भरी बोरियों का अंबार लग गया है। इसे देखते हुए कलेक्टर ने एक ही दिन में 3 बैठकें की और धान को वेयरहाउस पहुंचान के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, अधिकारियों, राइस मिलर्स और परिवहन कर्ताओं के साथ हुई बैठक के बाद 305 ट्रक परिवहन कार्य में लगाए गए हैं। हालांकि, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य 23 जनवरी तक चलने वाला है, जहां किसान अपनी उपज ट्रैक्टरों में लेकर पहुंच रहे हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने बताया कि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहां से जिलेभर के केंद्रों की निगरानी की जा रही है। हाल ही में हुई बारिश के कारण भीगी हुई धान को सुखाकर वेयरहाउस तक पहुंचाया गया है। किसानों की चिंता को दूर करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, ताकि केंद्रों में आने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान किया जा सके। साथ ही, बैठक कर परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।