मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्रामीण अंचल में खेत में पानी देने गए एक किसान की करंट लगने से मौत हो गई। किसान घर से खेत जाने की बात कहकर निकले थे। उनके खेत के बीच से गुजर रही बिजली की एलटी लाइन के तार टूटकर नीचे गिरे हुए थे, जिनमें करंट दौड़ रहा था, जिससे यह हादसा हुआ। बच्चे अपने पिता को खेत में खाना देने गए, तब घटना की जानकारी मिली।
परिजनों ने किसान की मौत का कारण बिजली कंपनी की लापरवाही को बताया है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को लेकर कई बार बिजली कंपनी में शिकायत की गई थी। करीब 2 दिन से तार टूटे पड़े थे, लेकिन किसी जिम्मेदार ने इसकी सुध नहीं ली। हादसे के बाद बिजली कंपनी के लाइनमैन टूटे हुए तारों को सुधारने पहुंचे। मृतक का खंडवा के जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया, जिसके बाद देर शाम शव परिजनों को सौंप दिया गया।
जानकारी के अनुसार, खंडवा जिले के पिपलोद थाना क्षेत्र के ग्राम सिंगोट में गुरुवार को किसान मोहम्मद रफीक पिता हबीब खान अपने खेत की फसल में सिंचाई के लिए पानी देने पहुंचे थे। खेत से गुजर रही एलटी लाइन के तार टूटकर नीचे गिरे हुए थे। नमी होने के कारण पूरे खेत में करंट फैल गया। जैसे ही किसान खेत के अंदर गए, करंट लगने से उनकी मौत हो गई। जानकरी लगने पर आसपास के ग्रामीणों ने उन्हें तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद बिजली विभाग की लापरवाही उजागर हुई। हादसे के तुरंत बाद विभाग के कर्मचारियों ने टूटे हुए बिजली के तार दुरुस्त करना शुरू किया। परिजनों का आरोप है कि विभाग को कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन समय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। परिजन अब अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाएंगे।
1-2 घंटे बाद लगी जानकारी
मृतक के भाई मोहम्मद यूसुफ ने बताया कि उनके छोटे भाई मोहम्मद रफीक सुबह करीब 9 बजे खेत में पानी देने गए थे। खेत में बिजली के तारों में फॉल्ट होने के कारण उन्हें करंट लग गया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। करीब 1-2 घंटे बाद घर वालों को इसकी जानकारी तब मिली, जब बच्चे उन्हें खाना देने खेत पहुंचे। पड़ोसी खेत वालों ने हादसे की जानकारी दी।
परिजनों का कहना है कि बिजली के तार काफी पुराने और झूल रहे थे। इसकी सूचना विभाग को कई बार दी गई थी, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण यह हादसा हो गया। परिजन ने इस घटना की पूरी जिम्मेदारी एमपीईबी (मध्यप्रदेश विद्युत मंडल) पर डाली है।