मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के कोंडावद गांव में सप्ताह भर पहले गणगौर पर्व के दौरान आठ लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। इसके बाद से ही मृतकों के परिजन के लिए मुआवजे सहित अन्य सुविधाओं की मांग की जा रही है। इसी बीच गुरुवार दोपहर को गांव में सर्व समाज की ओर से एक शोकसभा रखी गई थी। इसमें शामिल होने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री सचिन यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता भी पीड़ितों के गांव पहुंचे।
उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और हादसे की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने इसे हृदय विदारक हादसा बताते हुए पीड़ितों के साथ मिलकर खड़े रहने का अवसर बताया। साथ ही मुख्यमंत्री से मांग की कि चूंकि सरकार हमारी है। इसलिए समाज के लोगों ने जो पीड़ितों के लिए दान की व्यवस्था की है, उसमें सभी सहयोग करें। यह घटना ऐसी है कि यहां नकारात्मक टिप्पणी या निंदा या घृणा की बात ना करते हुए केवल पीड़ितों के सहयोग की बात की जाए।
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यहां नकारात्मक या घृणा की बात करना ठीक नहीं
इधर कोंडावत पहुंचे पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने बताया कि यह बहुत ही दुखद घटना है और समाज इसलिए ही होता है कि, हम लोग मिलकर एक दूसरे की मदद करें। जब ऐसा कोई दुख, पीड़ा या वेदना किसी परिवार के साथ आए, तो उसके साथ सब खड़े रहें। इस हादसे को लेकर वे खुद सीएम डॉ. यादव से चर्चा करेंगे। इस हादसे में एक ऐसा परिवार जिसके पिता की छह छोटी-छोटी बेटियां और पत्नी बचे हैं और वे पिता नहीं बचे। एक दूसरा परिवार जिसमें केवल पत्नी और बुजर्ग माता-पिता हैं। उनके भी चार से पांच बच्चे हैं। एक और घर ऐसा है जिसमें पिता, भाई, बेटा, इस तरह से एक ही परिवार के चार सदस्य चले गए। मतलब यह अकल्पनीय वेदना है। इसलिए इस समय मैं किसी भी तरह की नकारात्मक या निंदा या घृणा की बात करूं, वो ठीक नहीं है। यहां समाज और परिवार और सरकार और राजनीतिक कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता सब इन परिवारों का सहयोग करें। इसी प्रार्थना के साथ सभी परिवारों के चरणों में सर रखकर उनको वे श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।
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इस तरह एक-एक कर 8 लोगों के लिए बना मौत का कुआं
बता दें कि खंडवा जिले के छैगांव माखन तहसील के कोंडावद गांव में बीते गुरुवार एक कुएं की सफाई के दौरान आठ लोगों की जान चली गई थी। ये सभी करीब 150 साल पुराने कुएं में गणगौर उत्सव के चलते विसर्जन से पहले सफाई करने उतरे थे। इस दौरान कुएं में जहरीली गैसों का रिसाव होने के चलते एक-एक कर ये पांच लोग दलदल में डूब गए। इसके बाद इन्हें बचाने उतरे तीन और लोग इसी तरह डूब गए। हालांकि सूचना मिलते ही जिला पुलिस प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन रात करीब 8 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कोई भी जीवित नहीं बचा। हादसे में कोंडावत गांव के कुनबी समाज के राकेश पटेल (21), वासुदेव पटेल (40), अर्जुन पटेल (35), गजानंद पटेल (35), मोहन पटेल (48), अजय पटेल (25), शरण पटेल 40 और अनिल पटेल (25 की मौत हुई थी। इसके बाद फिलहाल इस मौत के कुएं को बंद कर दिया गया है और हादसे के पीड़ितों के लिए सीएम ने चार लाख रुपये की घोषणा की थी।