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MP Weather News: Weather has changed once again in the southern part of Madhya Pradesh. Bhopal Weather | Indor
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MP Weather News:मध्य प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में एक बार फिर मौसम ने ली करवट |Bhopal Weather | Indore Weather
Video Published by: ज्योति चौरसिया Updated Wed, 22 Oct 2025 01:23 PM IST
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मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्से में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। अरब सागर में सक्रिय सिस्टम के चलते राज्य के कई जिलों में आंधी, बारिश और गरज-चमक का असर देखने को मिल रहा है। दिवाली की रात जबलपुर में झमाझम बारिश हुई, वहीं मंगलवार को भोपाल समेत कई जगहों पर बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने इंदौर, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, देवास, खंडवा, हरदा, बुरहानपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में हल्की बारिश और गरज-चमक का अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति बुधवार को भी बनी रह सकती है। दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बना लो प्रेशर एरिया अगले 24 घंटों में और मजबूत हो सकता है। साथ ही, समुद्र में चक्रवातीय गतिविधियां भी शुरू हो गई हैं, जिनका प्रभाव विशेष रूप से मध्यप्रदेश के दक्षिणी इलाकों में पड़ेगा। राज्य में मौसम के इस बदलाव का असर तापमान पर भी साफ नजर आ रहा है। रातें ठंडी हो गई हैं, जबकि दिन में धूप के कारण गर्मी बनी हुई है। भोपाल में रात का तापमान गिरकर 17.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। इंदौर में 18.6 डिग्री, ग्वालियर और उज्जैन में 19.5 डिग्री, जबकि जबलपुर में 21 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सबसे कम तापमान राजगढ़ में 15.4 डिग्री रहा। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह से तेज ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो जनवरी के अंत तक रहेगा। इस बार फरवरी तक ठंड का असर महसूस किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, 2010 के बाद यह सबसे सर्द सर्दी हो सकती है। साथ ही, सर्दियों में सामान्य से ज्यादा बारिश की भी संभावना है। मौसम विभाग ने पुष्टि की है कि मध्यप्रदेश से मानसून 13 अक्टूबर को विदा हो चुका है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाले सिस्टम के कारण छिटपुट बारिश का सिलसिला जारी है। इस साल प्रदेश में मानसून की एंट्री 16 जून को हुई थी और कुल 3 महीने 28 दिन सक्रिय रहा।
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