शहडोल जिले में बाघ की तरह दिखने वाले जानवर का वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया। यह वीडियो वन विभाग तक पहुंचा, तो वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और वीडियो बनाने वाले व्यक्ति से संपर्क किया। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारियों ने वीडियो बनाने वाले व्यक्ति को धमकाया, जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। मामला बुढार वन परिक्षेत्र के अमलाई पेपर मिल का है।
दरअसल, अंतरा गांव में बीते कुछ दिनों पहले एक बाघ ने जंगल में लकड़ी बीन रहे एक व्यक्ति का शिकार किया था, जिससे ग्रामीण की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बाघ को लेकर दहशत का माहौल है। आए दिन बाघ के मूवमेंट की खबरें अलग-अलग क्षेत्रों से मिल रही हैं।
सोमवार की शाम बुढार वन परिक्षेत्र के अमलाई पेपर मिल में बाघ जैसे दिखने वाले एक जानवर को पेपर मिल के कर्मचारियों ने देखा और अपने मोबाइल में इस दृश्य को कैद कर लिया। इसके बाद, उन्होंने अपने अधिकारियों और सहकर्मियों को सतर्क करने के लिए यह वीडियो साझा किया।
पेपर मिल के कर्मचारी अभिमन्यु साहू ने बताया कि उसने प्लांट के भीतर एक भयंकर जानवर देखा, जो बाघ की तरह दिख रहा था। प्लांट के भीतर कई कर्मचारी ड्यूटी पर थे, इसलिए उसने अपने सहकर्मियों और अधिकारियों को सतर्क करने के लिए यह वीडियो साझा किया। हालांकि, यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई।
वीडियो वायरल होने के बाद, वन विभाग ने जानवर की तलाश करने के बजाय उस कर्मचारी की तलाश की, जिसने यह वीडियो बनाया था। आखिरकार, प्लांट के अंदर अभिमन्यु साहू से वन विभाग के अधिकारियों ने मुलाकात की और पूछताछ की। अभिमन्यु ने बताया कि उसने केवल अपने सहकर्मियों को सतर्क करने के लिए यह वीडियो साझा किया था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग का यह रवैया उचित नहीं है। वन विभाग को जानवर की तलाश पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों को डरा धमकाने का प्रयास किया।
केवल समझाया गया है, डराया नहीं
बुढार रेंजर सलीम खान ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वह जानवर कौन सा है, लेकिन वह जंगली बिल्ली जैसा दिख रहा है। हालांकि, जानवर का आकार काफी बड़ा है। रेंजर का कहना है कि कर्मचारियों को केवल समझाया गया है, डराया नहीं।