जिला अस्पताल सीधी में एक बार फिर लापरवाही ने एक युवक की जान ले ली। ग्राम मुठिगमा निवासी 25 वर्षीय अजय साकेत, जो शिवसेना पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे, तीन दिन से बुखार से पीड़ित थे। गुरुवार की रात उन्होंने खुद अपनी बाइक से अस्पताल पहुंचकर इलाज कराया लेकिन महज पांच घंटे के भीतर ही उनकी मौत हो गई। परिजनों ने जिला अस्पताल प्रबंधन पर घोर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।
मृतक के भाई दीपक साकेत ने बताया कि मेरा भाई कल अपने से उठकर खाना खाया और फिर खुद चलकर जिला अस्पताल पहुंचा। डॉक्टर को दिखाने के बाद डॉक्टर और नर्सों ने मिलकर चार इंजेक्शन लगाए। इंजेक्शन लगने के कुछ मिनट बाद ही उसके होंठ और मुंह सूखने लगे। तब उसे दूसरे मंजिल में ले जाकर ऑक्सीजन लगाई गई लेकिन ऑक्सीजन पाइप फटी हुई थी, जिससे गैस बाहर निकल रही थी। यही वजह बनी कि मेरे भाई की जान चली गई। उसे सिर्फ बुखार था, लेकिन इलाज की जगह उसे मौत दे दी गई।
परिजनों ने अस्पताल की मोर्चरी के सामने शव रखकर मुख्य सड़क को जाम कर दिया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पूरे घटनाक्रम के दौरान परिजनों का दर्द गुस्से में तब्दील हो गया। मौके पर बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद रहे।
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शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे ने जिला अस्पताल प्रशासन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि गरीब और निम्न वर्ग के लोगों के लिए जिला अस्पताल में कोई इलाज नहीं है। यहां केवल भ्रष्टाचार फैला हुआ है। अजय अपने पैरों पर चलकर अस्पताल आया था, लेकिन उल्टी की शिकायत पर उसे पेरासिटामोल के साथ चार इंजेक्शन दे दिए गए। इंजेक्शन का ओवर डोज देने के बाद उसे अंदर से घबराहट महसूस हुई। तब डॉक्टरों ने उसे ऑक्सीजन लगाई, जिसकार पाइप फटा हुआ था और ऑक्सीजन बाहर निकल रही थी। यह मौत अस्पताल प्रबंधन की सीधी लापरवाही का नतीजा है। हमने परिजनों के साथ आंदोलन किया है और चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो शिवसेना उग्र आंदोलन के लिए विवश होगी।
बता दें कि मृतक की पत्नी ने दो दिन पहले ही बंजारी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था। घर में खुशियों का माहौल था लेकिन कुछ ही घंटों में मातम छा गया। दो छोटे बच्चों का पिता अजय अब इस दुनिया में नहीं है।
वहीं जब इस पूरे मामले पर सीएमएचओ डॉ. बबीता खरे से बात की गई, तो उन्होंने केवल इतना कहा कि जांच की जा रही है। उन्होंने न तो डॉक्टरों की लापरवाही पर कोई बात कही और न ही ऑक्सीजन पाइप की खराबी पर।