निवाड़ी कलेक्ट्रेट में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक अजीब वाकया देखने को मिला। यहां, एक युवक तपती दोपहर में नंगे पैर दंडवत करते हुए जनसुनवाई में पहुंचा। कलेक्टर के पास पहुंचे इस युवक को देखकर सभी अधिकारी हैरान रह गए। युवक ने कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ से ओरछा में हरदौल समाधि की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग की।
मंगलवार को ओरछा निवासी जितेंद्र यादव के इस अनोखे प्रदर्शन को देखकर सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए। आमतौर पर लोग आस्था और विश्वास के चलते भगवान को प्रसन्न करने के लिए दंडवत (जमीन पर लेटते हुए) दर्शन करते हैं। लेकिन, जब जितेंद्र यादव ने निवाड़ी तहसील कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक दंडवत शुरू किया तो लोगों को लगा कि जरूर कोई बड़ा मामला है, जिसके लिए वह इतनी मेहनत कर रहा है।
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जैसे ही दंडवत करते हुए जितेंद्र कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में कलेक्टर जांगिड़ के पास पहुंचा, वहां बैठे अधिकारी भी चकित रह गए। सबके मन में यही प्रश्न था कि आखिर यह युवक किस शिकायत को लेकर आया है। जब युवक ने कलेक्टर के सामने आखिरी बार लौट किया तो कलेक्टर ने उससे आने का कारण पूछा।
इस पर जितेंद्र ने बताया कि ओरछा में हरदौल समाधि की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर मकान बना लिए हैं। इस संबंध में वह कई बार शिकायत कर चुका है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जितेंद्र ने बताया कि अतिक्रमणकर्ता ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर स्टे लिया था, जिसे ओरछा कोर्ट से निरस्त कर दिया गया है। जितेंद्र का कहना है कि यह जमीन सार्वजनिक हित की है। ओरछा रामराजा लोक के लिए बहुत से अतिक्रमण हटाए गए हैं, लेकिन यह अवैध कब्जा अभी तक नहीं हटाया गया है। कलेक्टर जांगिड़ ने युवक के आवेदन पर कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाने का आश्वासन दिया है।
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40 डिग्री तापमान में दंडवत करते हुए पहुंचा युवक
तपती दोपहर और 40 डिग्री तापमान में दंडवत करते हुए जितेंद्र यादव ओरछा से निवाड़ी कलेक्ट्रेट तक पहुंचा। इसके बाद उसने कलेक्टर को अपना आवेदन सौंपा।