नगर निगम ने नेशनल लोक अदालत से ठीक पहले बड़े बकायादारों पर कड़ा रुख दिखाते हुए वैसे तो गुरुवार को शहर की 8 संपत्तियों पर तालाबंदी की कार्रवाई की है। लेकिन इन संपत्तियों मे शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज पर हुई कार्यवाही काफी चर्चा में है, क्योंकि इस पर 1 करोड़ 1 लाख 20 हजार रुपये का भारी-भरकम बकाया निकला। इसके बाद शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज पर ताला लगा दिया गया।
निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा ने बताया कि संपत्तिकर की वसूली के लिए बकायादारों को लगातार नोटिस भेजे गए, लेकिन उन्होंने टैक्स जमा नहीं किया। इसके बाद निगम की टीम ने जोन क्रमांक एक, तीन और छह में कार्रवाई की। आज इंजीनियरिंग कॉलेज पर 1 करोड़ 1 लाख 20 हजार रुपये का भारी-भरकम बकाया निकलने पर कॉलेज परिसर पर भी तालाबंदी की गई है। इसके अलावा ठाकुर 3.76 लाख बकाया पर ठाकुर इंडस्ट्री नागझिरी, 1.96 लाख बकाया पर ठाकुर समाज संगठन जयसिंहपुरा, 1.31 लाख पर भीलागारी जयसिंहपुरा, 1.09 लाख पर लक्ष्मीनारायण मंदिर माली समाज, 80 हजार पर बसंतीलाल भुवन सदावल मार्ग रामघाट, 68 हजार बकाया पर मोहम्मद इमरान खान श्रीपाल मार्ग और 27 हजार रुपए बकाया होने पर रामप्यारी बाई तिलक मार्ग के खिलाफ तालाबंदी की कार्रवाई की गई है।
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प्रिंसिपल ने कहा- कार्रवाई के विरोध में कोर्ट जाएंगे
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में तालाबंदी के बाद प्रिंसिपल उमेश पेंढारकर ने निगम की इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष से हम संपत्तिकर जमा कर रहे हैं। इससे पहले की इतनी राशि बाकी थी हमको नहीं पता थी। हाल ही में निगम से हमें नोटिस मिला, इससे पहले नोटिस नहीं मिला था। निगम ने वर्ष 1991 से टैक्स जोड़ा है। हम कोर्ट में इसका विरोध करेंगे, नहीं माने तो शासन से डिमांड करेंगे।