अलवर पुलिस ने मंगलवार को जनता को भरोसे और ईमानदारी का बड़ा संदेश दिया। जिले में चल रहे साइबर संग्राम अभियान के तहत पुलिस ने 123 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटा दिए। इन मोबाइलों की कुल बाजार कीमत लगभग 40 लाख रुपये आंकी गई है।
साइबर संग्राम अभियान की बड़ी सफलता
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि विशेष टीम ने लगातार प्रयास कर विभिन्न स्थानों से गुमशुदा मोबाइल ट्रेस किए और उन्हें बरामद किया। यह सफलता पुलिस की उसी टीम को मिली है जो साइबर अपराध और मोबाइल चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए गठित की गई है। एसपी ने कहा कि टीम की मेहनत और सक्रियता से ही यह बड़ी संख्या में मोबाइल बरामद कर लोगों को सौंपना संभव हो सका है।
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उम्मीद टूटी, लेकिन पुलिस ने लौटाई मुस्कान
अपने-अपने मोबाइल वापस पाकर लोगों के चेहरों पर खुशी और राहत साफ झलक रही थी। कई लोगों ने कहा कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि उनका मोबाइल उन्हें वापस मिलेगा, लेकिन पुलिस की मेहनत और ईमानदारी ने यह मुमकिन कर दिखाया। मोबाइल वापसी के समय कई मालिकों ने पुलिस का आभार जताया और इसे आमजन के लिए बड़ी राहत बताया।
साइबर अपराधियों पर शिकंजा
एसपी चौधरी ने बताया कि बरामद किए गए मोबाइल उन लोगों से भी मिले हैं जो साइबर ठगी और मोबाइल स्नैचिंग जैसी वारदातों में शामिल थे। पुलिस अब इनसे गहन पूछताछ कर रही है कि यह मोबाइल कहां से और किस तरह से उनके पास पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और पुलिस का लक्ष्य है कि और भी गुमशुदा मोबाइल बरामद कर लोगों को लौटाए जाएं।
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पुलिस का संकल्प
अलवर पुलिस का दावा है कि साइबर संग्राम अभियान निरंतर जारी रहेगा और भविष्य में भी गुमशुदा मोबाइल बरामद करने और साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए ऐसे ही अभियान चलाए जाएंगे। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि जनता का विश्वास बनाए रखना ही पुलिस की पहली जिम्मेदारी है और इसी दिशा में यह कदम उठाया गया है।