शहर के रामगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। पूर्व मंत्री नसरू खान ने पुलिस पर बेकसूर लोगों को जबरन उठाने, मारपीट करने और पैसे लेकर छोड़ने का आरोप लगाया है। रामगढ़ थाना क्षेत्र के कोटा खुर्द निवासी साकिर ने बताया कि वह कल सुबह अपने घर पर बैठा था, तभी रामगढ़ थाने के चार पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और बिना कोई कारण बताए उसे पकड़कर ले गए। जब परिजनों ने इसका विरोध किया और जानकारी मांगी, तो पुलिस ने कोई उत्तर नहीं दिया। इस दौरान बीच-बचाव करने आई महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई।
परिजनों के अनुसार पुलिस ने पूरे दिन और रात साकिर के साथ मारपीट की और फिर रात में उसे छोड़ दिया। पूर्व मंत्री नसरू खान ने पीड़ित साकिर को इलाज के लिए अलवर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। साकिर और उसके भाई ने बताया कि पुलिसकर्मी मोहब्बत खान अचानक घर आया और बिना किसी कारण के मारपीट करने लगा। जब परिवार ने विरोध किया, तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया गया।
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परिजनों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से पुलिस निर्दोष लोगों को जबरन उठा रही है और उनके साथ मारपीट कर मोटी रकम वसूलने के बाद छोड़ देती है। साकिर के मामले में भी पुलिस ने उसे छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि गांव के कुछ ठग पुलिस को पैसे देकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर लेते हैं, जबकि निर्दोष लोगों को फंसाया जाता है। साकिर पेशे से आरा मशीन और ड्राइवर का काम करता है और उसके खिलाफ कोई भी पुलिस मामला दर्ज नहीं है।
पूर्व मंत्री नसरू खान ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पुलिस आम नागरिकों को डराने और धन उगाही के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रही है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।