भीलवाड़ा शहर में कैफे कांड और बिजयनगर (ब्यावर) गैंगरेप की घटनाओं के विरोध में संत समाज के आह्वान पर सोमवार को भीलवाड़ा पूरी तरह बंद रहा। इस दौरान प्रमुख बाजारों में महा आक्रोश रैली निकाली गई, जिसमें लव जिहाद की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र बनी। झांकी में फ्रीज में रखे लड़की के डमी शव के जरिए समाज को संदेश दिया गया।
सुबह से ही शहर के सभी प्रमुख बाजार पूरी तरह बंद रहे। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन और मेडिकल एसोसिएशन ने भी बंद को समर्थन दिया। बड़ी संख्या में बंद समर्थक टोलियों के रूप में सड़कों पर उतरे और दोपहिया वाहनों पर नारेबाजी करते हुए व्यापारियों से दुकानें बंद रखने की अपील की।
सुबह दूधाधारी गोपाल मंदिर से महा आक्रोश रैली निकाली गई, जो शहर के मुख्य मार्गों बड़ा मंदिर, भीमगंज थाना, गोल प्याऊ चैराहा, स्टेशन चैराहा, मशीनरी मार्केट और आजाद चैक से होते हुए दोपहर 2 बजे बजरंगी चैराहा पहुंची। यहां महा आक्रोश सभा का आयोजन किया गया, जिसमें लव जिहाद, गैंगरेप और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया, वहीं प्रमुख चैराहों और बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चैबंद रही। इस महा आक्रोश रैली में बड़ी संख्या में संत, सामाजिक संगठन और आमजन शामिल हुए, जिससे पूरे शहर में उग्र विरोध का माहौल बना रहा।
शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क रहा। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि शहर के प्रमुख चैराहों पर फिक्स पॉइंट बनाए गए हैं और अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। इसके अलावा वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को भी अलर्ट पर रखा गया है।
बंद को प्रभावी बनाने के लिए शहर में सात प्रमुख पाइंट तय किए गए थे, जहां संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे। इनमें नीलकंठ महादेव मंदिर शास्त्री नगर, दूधाधारी गोपाल मंदिर सांगानेरी गेट, टेम्पो स्टैंड सांगानेर, खेड़ा खुट मंदिर संजय कॉलोनी, छोटी पुलिया चैराहा सुभाष नगर, मालोला चैराहा, कुंभा सर्किल और पांसल चैराहा शामिल हैं।
बंद के समर्थन में जिला मेडिकल एसोसिएशन, कृषि मंडी, इंडस्ट्री एसोसिएशन, जिला बार एसोसिएशन और व्यापारी संगठन आगे आए। इसके अलावा भारतीय मजदूर संघ की जिला इकाई और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने भी बंद का समर्थन किया।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। शहर के सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और संवेदनशील इलाकों की कड़ी निगरानी की जा रही है।