दुबई में नौकरी करने गए झुंझुनू जिले के रामपुरा गांव निवासी सुमेरसिंह मीणा का शव वतन लौटा। शव के गांव पहुंचते ही पूरे इलाके में मातम छा गया। ग्रामीणों और परिजनों की आंखें नम हो गईं। दोपहर बाद गांव में गमगीन माहौल के बीच बेटे प्रदीप मीणा ने पिता को मुखाग्नि दी।
सुमेर सिंह मीणा (उम्र 40) मलसीसर उपखंड क्षेत्र के रामपुरा गांव के रहने वाले थे। वे एजेंट के माध्यम से दुबई में नौकरी के लिए गए थे। शुरुआती आठ महीने तक वे परिवार से संपर्क में रहे लेकिन मार्च के बाद उनका कोई अता-पता नहीं मिला। लंबे इंतजार के बाद परिवार को सूचना मिली कि सुमेर सिंह की बॉडी दुबई में बरामद हुई है। शव की पहचान होने के बाद अंतिम प्रक्रिया के तहत वतन वापसी की कार्रवाई शुरू हुई।
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परिजनों का कहना है कि सुमेर सिंह ने विदेश जाने के लिए एक लाख रुपये का कर्ज लिया था। उनकी कमाई से ही परिवार का भरण-पोषण होता था। अब वे न केवल कर्ज के बोझ में दबे हैं, बल्कि परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य भी इस दुनिया से चला गया। पत्नी और बेटी का रो-रोकर बुरा हाल है।
शव की भारत वापसी में राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (RANA) के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने दुबई पुलिस से सुमेर सिंह की मौत की जांच कराने की मांग की है और इसमें किसी साजिश या लापरवाही की आशंका की भी जांच कराने को कहा है। साथ ही उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि परिवार को कानूनी सहायता, मुआवजा और कर्ज की राशि लौटाने में मदद की जाए।