बीते दिनों चंबल नदी से पानी भरने गए उनके पिता वीरभान पर मगरमच्छ ने अचानक हमला कर उनका पैर अपने जबड़े में दबा लिया और उन्हें पानी में खींचने का प्रयास किया। इस भयावह स्थिति में जहां अफरा-तफरी मच गई, वहीं वीरभान के पुत्र अजयराज ने अद्भुत साहस और सूझबूझ का परिचय दिया।
मात्र 10 वर्ष की आयु में अजयराज ने बिना डरे डंडे से मगरमच्छ पर लगातार वार किए, जिससे मगरमच्छ ने उनके पिता को छोड़ दिया। इस दौरान मगरमच्छ ने अजयराज पर भी हमला किया, लेकिन उसने समझदारी से अपनी जान बचा ली। अजयराज की इस बहादुरी की चर्चा क्षेत्र से लेकर प्रदेश स्तर तक हुई।
राष्ट्रपति भवन में सम्मानित होने के बाद अजयराज को उनके गांव झरनापुरा में सांसद फतेहपुर सीकरी राजकुमार चाहर ने ₹51,000 की भेंट देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर गांव में खुशी का माहौल रहा। सांसद ने अजयराज के परिवार से मुलाकात कर प्रसन्नता व्यक्त की और बालक के साहस की जमकर सराहना की।
सम्मान समारोह के दौरान वीर बालक अजयराज ने अपने गांव में सड़क निर्माण की मांग उठाई। सांसद राजकुमार चाहर ने सड़क निर्माण एवं गांव में स्ट्रीट लाइट लगाने का आश्वासन दिया।