लखीमपुर खीरी के धौरहरा क्षेत्र में लम्बइया पुल से होलागढ़ तक मंडी समिति द्वारा एक वर्ष पूर्व बनवाई गई सड़क महज एक साल में ही पूरी तरह टूटकर बिखर गई। सड़क की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि राहगीरों और वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क की दुर्दशा को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी समेत मुख्यमंत्री तक शिकायत की थी।
अमर उजाला ने 15 दिसंबर के अंक में 'एक साल में ही उखड़ गई 20 गांवों को जोड़ने वाली सड़क' शीर्षक से खबर प्रकाशित की। इसके बाद जिम्मेदार विभाग और ठेकेदार हरकत में आए। शुक्रवार से सड़क पर पैचिंग का काम शुरू कर दिया गया। हालांकि ग्रामीणों का आरोप है कि यह पैचिंग केवल भ्रष्टाचार को छिपाने और औपचारिकता निभाने के लिए की जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया, जिसका नतीजा यह है कि एक साल के भीतर ही सड़क जगह-जगह से उखड़ गई। अब पैचिंग कर भ्रष्टाचार छुपाने के लिए मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही है, जबकि पूरी तरह टूट चुकी सड़क के दोबारा गुणवत्तापूर्ण निर्माण की जरूरत है।
कफारा गांव निवासी कौशल तिवारी, राकेश मिश्रा,पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम नरायण भार्गव, नरेंद्र वर्मा छंगालाल यादव, अबरार खां, जगदीश मिश्रा आदि स्थानीय लोगों ने मांग की है कि सड़क निर्माण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई।
धौरहरा विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने कहा कि लम्बइया से होलागढ़ तक बनाई गई सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। पैचिंग से काम नहीं चलने वाला, पूरी सड़क का पुनः निर्माण हो। दोषी भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध मुख्यमंत्री से शिकायत कर कार्रवाई कराएंगे।