UPPSC Protest in Prayagraj Live: प्रतियोगी छात्रों की मांग के आगे झुका UPPSC, कुछ मांगों को लेकर आंदोलन जारी
पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) छात्रों के आंदोलन के आगे झुक गया है। आयोग ने छात्रों की वन डे वन शिफ्ट की मांग मान ली है। इसके लिए छात्र चार दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को बवाल काफी बढ़ने के बाद आयोग को यह फैसला करना पड़ा। यहां जानिए प्रदर्शन से जुड़े चौथे दिन के अपडेट...
लाइव अपडेट
RO,ARO को लेकर छात्रों का अभी भी प्रदर्शन जारी
RO,ARO को लेकर छात्रों का प्रदर्शन अभी भी जारी है। छात्रों का कहना है कि जिस प्रकार से UPPCS की परीक्षा में बदलाव को स्वीकार किया है उसी प्रकार इसके लिए भी होना चाहिए। इसके साथ ही छात्र परीक्षा की स्पष्ठ तारीखों की भी मांग कर रहे हैं।'शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने में जुटी भाजपा सरकार'
शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने में जुटी भाजपा सरकार की अक्षमता की कीमत आख़िर छात्र क्यों चुकायें? ‘पढ़ाई’ करने वाले छात्रों को सड़क पर ‘लड़ाई’ करने को मजबूर कर दिया गया है और अब उनका पुलिस के जरिए उत्पीड़न किया जा रहा है।
अपने और अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए घर से दूर रहकर साधना कर रहे युवाओं के साथ ये अन्याय हम स्वीकार नहीं करेंगे। हम प्रतियोगी छात्रों की मांग का पूरी तरह से समर्थन करते हैं। उनके लोकतांत्रिक अधिकारों को तानाशाही से नहीं दबाया जा सकता।
'चुनाव में हार ही भाजपा का असली इलाज है'
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एक दिन में कराएगा प्रारंभिक परीक्षा
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में छात्रों की मांग का संज्ञान लिया और आयोग को एक दिन में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 के संबंध में छात्रों से संवाद और समन्वय कर आवश्यक निर्णय लेने को कहा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर जारी बयान में कहा गया है कि आरओ/एआरओ (प्री.) परीक्षा-2023 के लिए आयोग द्वारा एक समिति गठित की गई है। समिति सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करेगी।Prayagraj Protest | Uttar Pradesh Public Service Commission to conduct the Preliminary Examination in one day.
— ANI (@ANI) November 14, 2024
Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath took cognizance of the demand of students in Prayagraj and asked the Commission to take necessary decisions by communicating and…
पीसीएस प्री के लिए ही फिलहाल मानी गई मांग
पीसीएस प्री के लिए ही फिलहाल मांग मानी गई है। समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा के लिए बाद में निर्णय लिया जाएगा। उच्च स्तरीय कमेटी का गठन होगा। समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा के संबंध में कमेटी ही अगला निर्णय लेगी।सात व आठ दिसंबर 2024 को होनी वाली परीक्षा स्थगित
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) छात्रों के आंदोलन के आगे झुक गया है। आयोग ने छात्रों की वन डे वन शिफ्ट की मांग मान ली है। इसके लिए छात्र चार दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को बवाल काफी बढ़ने के बाद आयोग को यह फैसला करना पड़ा। आयोग के भीतर हुई बैठक में जिलाधिकारी, कमिश्नर समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। कई घंटे चली बैठक के बाद आयोग ने छात्रों के पक्ष में फैसला लिया। छात्रों की मांग मानने के अलावा आयोग के पास कोई रास्ता नहीं था। छात्र एक ही मांग पर अड़े थे कि परीक्षा एक दिन एक ही शिफ्ट में कराई जाए। सात व आठ दिसंबर 2024 को होनी वाली पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 स्थगित कर दी गई है।अमर उजाला की खबर पर लगी मुहर
अमर उजाला की खबर सच हुई है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव ने घोषणा कर दी है। वन शिफ्ट वन डे एग्जाम की मांग मान ली गई है।प्रतियोगी छात्रों की मांग के आगे झुका यूपी लोक सेवा आयोग
प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों की मांग के आगे उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग झुक गया है। वन शिफ्ट वन डे एग्जाम की मांग पर सहमति बन गई है। आयोग के सचिव कुछ ही देर में घोषणा कर सकते हैं। परीक्षा की तिथियां नए सिरे से निर्धारित हो सकती है। गेट नंबर 2 पर जल्द ही छात्रों को संबोधित किया जाएगा।बैठक में कई अधिकारी मौजूद
यूपीपीएससी के अंदर बैठक हो रही है। जिलाधिकारी, कमिश्नर और आयोग के सचिव सहित तमाम अधिकारी बैठक में मौजूद हैं। कुछ देर में कोई फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है।भाजपा दहाई के अंक में सिमट जाएगी: अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक और पोस्ट करते हुए लिखा है कि भाजपा अगर केवल चुनाव का गणित समझती है तो सुन ले कि PCS/RO/ARO/LOWER SUBORDINATE जैसी अन्य प्रतियोगी छात्रों और उनके परिवार के लोगों को मिला लिया जाए तो ये संख्या लगभग 1 करोड़ होती है। अगर इस ‘महा-संख्या’ को लगभग 400 विधानसभा सीटों से भाग दें तो भाजपा के लगभग 25000 वोट हर विधानसभा सीट पर कम होंगे मतलब भाजपा दहाई के अंक में सिमट जाएगी।उम्मीद है, इस गणित को ही समझ कर आज ही भाजपा की हृदयहीन सरकार अत्याचार बंद करेगी और आंदोलनकारी युवाओं की लोकतांत्रिक जायज़ मांग को पूरा करेगी।
भाजपा को एक आदत पड़ गई है, जनाक्रोश से डरकर आखिरकार बात तो वो मानने पर मजबूर होती है, लेकिन तभी जब उसके सारे हिंसक तरीके नाकाम हो जाते हैं और जब उसकी नौकरी विरोधी नकारात्मक राजनीति पूरी तरह फेल हो जाती है।
भाजपा हमेशा के लिए खत्म होनेवाली है।
अभ्यर्थी कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा!
भाजपा अगर केवल चुनाव का गणित समझती है तो सुन ले कि PCS/RO/ARO/LOWER SUBORDINATE जैसी अन्य प्रतियोगी छात्रों और उनके परिवार के लोगों को मिला लिया जाए तो ये संख्या लगभग 1 करोड़ होती है। अगर इस ‘महा-संख्या’ को लगभग 400 विधानसभा सीटों से भाग दें तो भाजपा के लगभग 25000 वोट हर विधानसभा…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 14, 2024