एटा में प्रवासी पक्षियों को पटना पक्षी विहार की आवोहवा भा रही है। सर्दी शुरू होते ही कई प्रजाति के प्रवासी पक्षी यहां पहुंच गए हैं। शांत वातावरण और सुरक्षा पाकर उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। उनकी जरूरत के तौर पर आसपास के खेतों और वेटलैंड (आर्द्रभूमि) से भोजन भी भरपूर मिल रहा है। जलेसर क्षेत्र स्थित इस पक्षी विहार में नवंबर के शुरुआत से हर साल पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। जो यहां सर्दियों भर डेरा डालते हैं।
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एटा: प्रवासी पक्षियों को भा रही पटना पक्षी विहार की आबोहवा, सात समंदर पार से आकर डाला डेरा
संवाद न्यूज एजेंसी, एटा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Mon, 29 Nov 2021 03:05 PM IST
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झील में प्रवासी पक्षी
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कई देशों से आए पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
आबादी व निर्माण आदि गतिविधियां न होने से पक्षियों के लिए शोरगुल जैसा कोई व्यवधान नहीं होता। शिकार करने जैसी शिकायतें भी नहीं हैं। जिससे पक्षी यहां के वातावरण को ज्यादा पसंद और सुरक्षित महसूस करते हैं। वह बताते हैं कि यूरोपीय देशों में ठंड बढ़ने की वजह से भोजन की उपलब्धता कम होती जाती है और पक्षी हिमालय की ओर से यहां पहुंचते हैं। यहां से दक्षिण की ओर बढ़ जाते हैं।
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पटना पक्षी विहार में प्रवासी पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
अधिक पक्षियों के आने की उम्मीद
108 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बने पटना पक्षी विहार में इस बार अधिक पक्षियों के आने की उम्मीद है। पिछले साल बरसात कम होने से झील में पानी कम रह गया था। जिसके चलते इस चक्र से गुजरने वाले पक्षी आगे बढ़ते गए थे। इस बार अधिक बरसात हुई, जिससे झील में पानी भरपूर है। पिछले साल नवंबर अंत तक 14-15 हजार पक्षी आए थे। इस बार यह संख्या 35-36 हजार है।
108 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बने पटना पक्षी विहार में इस बार अधिक पक्षियों के आने की उम्मीद है। पिछले साल बरसात कम होने से झील में पानी कम रह गया था। जिसके चलते इस चक्र से गुजरने वाले पक्षी आगे बढ़ते गए थे। इस बार अधिक बरसात हुई, जिससे झील में पानी भरपूर है। पिछले साल नवंबर अंत तक 14-15 हजार पक्षी आए थे। इस बार यह संख्या 35-36 हजार है।

डाल पर बैठी चिड़िया
- फोटो : अमर उजाला
इन पक्षियों ने डाला डेरा
पटना पक्षी विहार में अभी तक साइबेरियन पक्षी ग्रेलेग गूज, पिंटेल, शावलर, गॉडवॉल, कॉटनटील, व्हिसलिंग टील, स्पूनबिल आदि प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं। इनके अलावा रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, टफट पोचार्ड, नीलसर, सुर्खाव, बार हेडेड गूज आदि प्रवासी पक्षी भी आए हैं। इन सभी प्रवासी पक्षियों की संख्या करीब 20 हजार है। जबकि देश के कई प्रजातियों के करीब 16 हजार पक्षी आ चुके हैं।
पटना पक्षी विहार में अभी तक साइबेरियन पक्षी ग्रेलेग गूज, पिंटेल, शावलर, गॉडवॉल, कॉटनटील, व्हिसलिंग टील, स्पूनबिल आदि प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं। इनके अलावा रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, टफट पोचार्ड, नीलसर, सुर्खाव, बार हेडेड गूज आदि प्रवासी पक्षी भी आए हैं। इन सभी प्रवासी पक्षियों की संख्या करीब 20 हजार है। जबकि देश के कई प्रजातियों के करीब 16 हजार पक्षी आ चुके हैं।
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पटना पक्षी बिहार में पक्षी
- फोटो : अमर उजाला
फोरेस्ट रेंज ऑफिसर नरेंद्र रावत ने बताया कि इस बार पक्षियों के लिए परिस्थितियां काफी अनुकूल हैं। उम्मीद की जा रही है कि 70 हजार से अधिक पक्षी पहुंचेंगे। पिछले साल करीब 64 हजार पक्षी पहुंचे थे।