शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। आजादी के अमृत महोत्सव में यह पंक्तियां फिर- फिर चरितार्थ हुई। अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के प्रतिमा स्थल पर न सिर्फ प्रयागराज बल्कि देश के कोने-कोने से आने वाले देशभक्तों का लगा मेला इन पंक्तियों को सार्थक कर रहा है। आजाद के बहाने शहीदों को नमन करने से लेकर उनकी मिट्टी को माथे का तिलक बनाने और शहीद स्थली से ऊर्जा और संकल्प लेकर लौटने वालों का तांता लगा हुआ है।
Azadi ka Amrit Mahotsav आजाद पार्क की ओर मुड़े शहर के हर रास्ते, पिछले कुछ दिन से है मेले जैसा माहौल
आजाद के बहाने शहीदों को नमन करने से लेकर उनकी मिट्टी को माथे का तिलक बनाने और शहीद स्थली से ऊर्जा और संकल्प लेकर लौटने वालों का तांता लगा हुआ है।
आजादी के अमृत महोत्सव की वजह से बीते कुछ दिनों से संगम नगरी तिरंगा बनी हुई है। प्रमुख इमारतें जहां शाम होते ही तिरंगी रोशनी से सराबोर हो जा रही हैं, वहीं प्रमुख चौराहों की तिरंगे से की गई सजावट आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इस बीच आजाद पार्क का नजारा कुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा है। यहां आ रही युवा पीढ़ी में आजाद के सपनों को साकार और पूरा करने का संकल्प है तो बुजुर्गों में आजाद की शहादत को याद कर नया जोश। अमृत महोत्सव एक बार फिर देशवासियों को नई ऊर्जा से भर रहा है।
कारोबारी विक्की खरबंदा हर वर्ष 15 अगस्त के मौके पर आजाद पार्क जरूर आते हैं। इस बार आजादी का अमृत महोत्सव है तो बीते एक सप्ताह से वह नियमित रूप से आजाद पार्क में आकर शहीद चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति के सामने की मिट्टी को अपने माथे पर लगाना नहीं भूल रहे। उनके जैसे कई अन्य लोग खासतौर से यहां आने वाले बुजुर्ग आजाद पार्क की मिट्टी का तिलक जरूर कर रहे हैं।
शहर के सभी छोटे-बड़े आयोजन का गवाह बन रहा आजाद पार्क
आजाद पार्क बीते कुछ दिनों से शहर के तमाम छोटे-बड़े आयोजनों का गवाह बन रहा है। बीते तीन दिन में ही यहां दो दर्जन से ज्यादा तिरंगा यात्रा आ चुकी है। सेना, वायुसेना, सिविल डिफेंस, राजनीतिक दल, स्वयं सेवी संस्थाएं, व्यापारिक संगठन समेत तमाम संगठनों की ओर से यहां लगातार अमृत महोत्सव से जुड़े आयोजन किए जा रहे हैं। यहां जिस तरह से लोगों की आवाजाही हो रही है उसे देखकर यही प्रतीत हो रहा है कि जैसे शहर के सभी रास्ते आजाद पार्क की तरफ ही आ रहे हैं।
सेल्फी संग फोटो खिंचाने की मची है होड़
आजाद पार्क में लगी विशाल प्रतिमा के समक्ष सेल्फी एवं फोटो खिंचाने वालों की होड़ मची हुई है। रविवार को यहां पहुंची इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्रा आकांक्षा अग्रवाल ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद को वह हीरो मानती है। उधर आजाद पार्क में जुट रही भीड़ ने भी अपने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। बीते 14 दिन में यहां दोलाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं। इस दौरान 62200 लोगों ने टिकट भी खरीदे।
यहां बाहर से भी काफी लोग नियमित रूप से पहुंच रहे हैं। रविवार को अपने परिजनों के संग पहुंची बुलंदशहर की गीता नारंग ने कहा कि प्रयागराज में संगम के बाद सिर्फ आजाद पार्क ही दर्शनीय स्थल है। कानपुर के अमित प्रताप, सोनल ने कहा कि आजाद हम युवाओं के लिए प्रेरणा है। सिविल डिफेंस से जुड़े रौनक गुप्ता ने कहा कि वह अक्सर आजाद प्रतिमा के समक्ष आकर उन्हें नमन करते है।
आजाद पार्क हमारे शहर की धड़कन है। आजादी के अमृत महोत्सव में यहां हजारों लोग नियमित रूप से शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। आने वाले दिनों में आजाद पार्क में तमाम सुविधाएं लोगों के लिए बढ़ाई जाएगी। - नीरज त्रिपाठी, चेयरमैन, शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क डेवलपमेंट कमेटी।
