गंगा-यमुना के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी से बाढ़ की स्थिति बन गई है। बस्तियों में पानी घुसने से देर शाम छोटा बघाड़ा स्थित एनी बेसेंट स्कूल में बाढ़ पीड़ितों के आने का क्रम शुरू हो गया। झूूंसी के बदरा सोनौटी में पानी भर से दर्जनों गांवों का संपर्क टूट गया है। मुश्किल यह कि दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है।
पिछले 72 घंटों में गंगा-यमुना के जलस्तर में करीब छह मीटर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे कछार के निचले इलाकों की बस्तियों में पानी घुस गया। बदरा-सोनौटी तथा आसपास के लोगों को निकालने के लिए चार नावें लगाई गईं हैं। करछना में भी नाव चलानी पड़ी हैं।
शहर के कछारी इलाके छोटा बघाड़ा, राजापुर, बेली, अशोक नगर के निचले इलाकों में भी पानी घुस गया है। दारागंज में नागवासुकि के पास स्थित बस्ती के कई घरों में शनिवार की शाम से पानी घुसने लगा। धीरे-धीरे निचले इलाके के अन्य मकान भी बाढ़ की चपेट में आ गए।
एनी बेसेंट राहत शिविर को शाम को खोल दिया गया। रात तक पांच परिवार उसमें रहने के लिए भी पहुंच गए। अभी पीछे पानी छोड़ा गया है। ऐसे में आगे भी जलस्तर में बढ़ोतरी का क्रम जारी रहने की बात कही जा रही है। इसे देखते हुए स्टैनली रोड में मेहबूब अली इंटर कॉलेज, राजापुर में ऋषिकुल, विवेकानंद विद्यालय समेत अन्य स्थानों पर राहत शिविर खोल दिए गए हैं।