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संकीर्णता की बेड़ियां तोड़े ब्राह्मण समाज
Agra
Updated Tue, 04 Feb 2014 02:16 PM IST
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आगरा। राष्ट्र निर्माण के लिए ब्राह्मण समाज को एक बार फिर बागडोर अपने हाथ में लेनी होगी। इसके लिए जरूरी है कि समाज को एक मंच पर लाया जाए और आपसी सहयोग की भावना विकसित की जाए। यह कहना है कि राज्यपाल के विधि सलाहकार और शिक्षाविद् प्रोफेसर अरविंद मिश्रा का। वे रविवार को रामलीला मैदान के पास स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में आयोजित सर्व ब्राह्मण समाज चिंतन शिवर को संबोधित कर रहे थे।
प्रोफेसर मिश्रा ने कहा कि सुझाव दिया समाज का जिला स्तर पर डाटाबेस तैयार किया। जिसमें उनके पारिवारिक, शैक्षिक, आर्थिक जानकारी हों। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व विधायक अनुराग शुक्ला ने वेद मंत्रों कोे उच्चारण के साथ किया। केएस तिवारी ने कहा कि पूरे ब्राह्मण समाज को एक मंच पर आना होगा। आगरा को भगवान परशुराम की जन्म स्थली होने का गौरव प्राप्त है। गंगासहाय पाठक, डा. रामकुमार तिवारी, भगवती प्रसाद अग्निहोत्री, महेश कुमार, रवींद्र कुमार, जयशंकर तिवारी, धरम वाजपेयी, अशोक कुमार, रमाकांत तिवारी, सुभाष दुबे, ऊषा अवस्थी आदि ने समाज की एकजुटता का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा कि ब्राह्मणों को सोच संकीर्णता से बाहर निकलने समाज को शैक्षिक, आर्थिक और राजनीतिक ऊंचाई प्रदान करने को काम करना होगा। इस अवसर पर रामनाथ गौतम, कैप्टन व्यास चतुर्वेदी, श्रीकृष्ण मिश्रा, प्रदीप चंसौलिया, नरेश दीक्षित, उमेश शर्मा, भीखम सिंह, दिलीप कुमार संतोष पांडे, अखयराम पाठक, अखिलेश शास्त्री आदि मौजूद थे।
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प्रोफेसर मिश्रा ने कहा कि सुझाव दिया समाज का जिला स्तर पर डाटाबेस तैयार किया। जिसमें उनके पारिवारिक, शैक्षिक, आर्थिक जानकारी हों। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व विधायक अनुराग शुक्ला ने वेद मंत्रों कोे उच्चारण के साथ किया। केएस तिवारी ने कहा कि पूरे ब्राह्मण समाज को एक मंच पर आना होगा। आगरा को भगवान परशुराम की जन्म स्थली होने का गौरव प्राप्त है। गंगासहाय पाठक, डा. रामकुमार तिवारी, भगवती प्रसाद अग्निहोत्री, महेश कुमार, रवींद्र कुमार, जयशंकर तिवारी, धरम वाजपेयी, अशोक कुमार, रमाकांत तिवारी, सुभाष दुबे, ऊषा अवस्थी आदि ने समाज की एकजुटता का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा कि ब्राह्मणों को सोच संकीर्णता से बाहर निकलने समाज को शैक्षिक, आर्थिक और राजनीतिक ऊंचाई प्रदान करने को काम करना होगा। इस अवसर पर रामनाथ गौतम, कैप्टन व्यास चतुर्वेदी, श्रीकृष्ण मिश्रा, प्रदीप चंसौलिया, नरेश दीक्षित, उमेश शर्मा, भीखम सिंह, दिलीप कुमार संतोष पांडे, अखयराम पाठक, अखिलेश शास्त्री आदि मौजूद थे।
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