Aligarh: ट्रैक पर मिला शव लापता इंस्पेक्टर के होने का अंदेशा, होगा डीएनए मिलान, अब सीओ सिकंदराराऊ करेंगे जांच
गाजियाबाद कविनगर की अवंतिका कॉलोनी के इंस्पेक्टर अनुज कुमार अलीगढ़ पुलिस लाइन में तैनात थे। परिवार के साथ महुआखेड़ा की प्रभात नगर कॉलोनी में किराये पर रहते थे। 17 सितंबर की रात अनुज घर से गायब हो गए। 18 सितंबर को उन्हें निलंबित कर दिया गया।
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लापता इंस्पेक्टर अनुज कुमार की गुत्थी लगातार उलझ रही है। जिला पुलिस ने हाईकोर्ट मेंं जवाब दाखिल कर माना है कि दाऊद खां स्टेशन के पास ट्रैक पर मिला शव अनुज का हो सकता है। इसी क्रम में शव के सुरक्षित डीएनए नमूनों का अनुज के परिवार से डीएनए मिलान कराया जाएगा। जिसके लिए अनुज की मां व भाई को नोटिस जारी कर बुलाया गया है। वहीं अनुज की मां के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में तथ्य रखा है कि उसे एक दरोगा व सिपाही अपने साथ ले गए थे।
गाजियाबाद कविनगर की अवंतिका कॉलोनी के इंस्पेक्टर अनुज कुमार यहां पुलिस लाइन में तैनात थे। परिवार के साथ महुआखेड़ा की प्रभात नगर कॉलोनी में किराये पर रहते थे। विभागीय लापरवाही व गैरहाजिर रहने की शिकायत पर उन्हें सीओ के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया। मगर उन्होंने फोन पर ही असंतोषजनक जवाब दिया। इसके बाद 17 सितंबर की रात अनुज घर से गायब हो गए।
वहीं 18 सितंबर को उन्हें निलंबित कर दिया गया। इसके बाद उनकी मां सुशीला ने यहां पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। बेटे के गायब होने की शिकायत दी। बाद में हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर दी। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ अनुज की सूचना देने पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। इधर, मां की ओर से यह तथ्य रखा गया कि वह शायद निलंबन के डर से गायब है। इस आधार पर अनुज को 4 दिसंबर को बहाल भी कर दिया गया।
प्रकरण में हमारे स्तर से हर संभव प्रयास अनुज की खोज के किए जा रहे हैं। इसी प्रयास में दाऊद खां पर मिला शव अनुज के होने का अंदेशा है। इसी आधार पर डीएनए मिलान के प्रयास हो रहे हैं। मगर अभी अनुज के मां व भाई आए नहीं हैं। उनसे संपर्क किया जा रहा है।-नीरज जादौन, एसएसपी
अब सीओ सिकंदराराऊ को जांच, डीएनए मिलान के प्रयास शुरू
हाईकोर्ट में लगातार इस मामले की सुनवाई हो रही है। इसी क्रम में पुलिस पर आरोपों के चलते गुमशुदगी मुकदमे की विवेचना हाथरस के सीओ सिकंदराराऊ जेएस अस्थाना को दी गई है। वहीं पुलिस टीमों ने हापुड़, शामली, गाजियाबाद से लेकर अलीगढ़ मंडल व जीआरपी तक के 17 सितंबर के बाद मिले अज्ञात शवों की जांच की। जिसमें दाऊद खां स्टेशन पर उसी रात मिले शव को लेकर आशंका बनी है कि वह अनुज का हो सकता है। हालांकि जीआरपी ने 72 घंटे के पहचान के प्रयास के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मगर उससे मिले कपड़े सुरक्षित हैं।
साथ में डीएनए नमूने सुरक्षित रखे हैं। पुलिस ने पाया कि घर से निकलते समय 7 बजे के आसपास अनुज ने जो लोवर व अंडरवीयर पहना था। उसी रंग का मिलता जुलता लोवर व अंडरवीयर शव से मिला था। इस बात की पहचान बुधवार को अपने बयानों में पत्नी ने भी की है। इसी आधार पर सीओ सिकंदराराऊ ने अनुज की मां व भाई को डीएनए मिलान के लिए 3 दिसंबर को नोटिस देकर बुलाया है। मगर वे अभी तक नहीं आए हैं। यही जवाब हाईकोर्ट में बुधवार को हुई सुनवाई में जिला पुलिस की ओर से दाखिल किया गया है।
मां के जवाब पर आपराधिक सुनवाई के निर्देश
इधर, इस मामले में बुधवार को मां के अधिवक्ता की ओर से तथ्य रखा गया कि अनुज के मकान मालिक ने बताया कि 17 सितंबर की देर शाम एक दरोगा व सिपाही अनुज को अपने साथ ले गए थे। इस तथ्य के आने के बाद हाईकोर्ट ने इसे आपराधिक मामले में सुनवाई के लिए दाखिल करने के निर्देश देकर अब 16 दिसंबर तारीख नियत की है।