Aligarh: शहर की झुग्गियों में तलाशे जा रहे घुसपैठिये-रोहिंग्या, जुटाया 100 से अधिक का लोगों का ब्योरा
पुलिस ने खुफिया टीमों के साथ बरौला बाईपास संगम विहार कॉलोनी के निकट जांच की। जहां रह रहे लोगों के आधार कार्ड से लेकर उनकी पहचान से जुड़े सभी प्रपत्र देखे। यहां 25 करीब झुग्गी हैं, जिनमें रहने वाले लोग मजदूरी से लेकर फेरी लगाकर स्टीकर बेचने आदि के काम करते हैं।
विस्तार
11 दिसंबर को अलीगढ़ की झुग्गी झोपड़ी में घुसपैठिये-रोहिंग्या की तलाश की गई। इस दौरान वहां रह रहे 100 से अधिक लोगों का दिन भर में ब्यौरा एकत्रित किया। हालांकि शाम तक कोई संदिग्ध इस अभियान में नहीं मिला। अब तक मिले लोगों में अधिकांश मजदूर वर्ग व घुमंतू जाति के हैं।
सबसे पहले बन्नादेवी पुलिस ने खुफिया टीमों के साथ बरौला बाईपास संगम विहार कॉलोनी के निकट जांच की। जहां रह रहे लोगों के आधार कार्ड से लेकर उनकी पहचान से जुड़े सभी प्रपत्र देखे। यहां 25 करीब झुग्गी हैं, जिनमें रहने वाले लोग मजदूरी से लेकर फेरी लगाकर स्टीकर बेचने आदि के काम करते हैं। इनमें अधिकांश मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के हैं, जबकि कुछ लोग पूर्वांचल के हैं। ये सभी घुमंतू जाति से ताल्लुक रखते हैं।
यहां रहने वाले कुछ लोगों ने तो यह भी बताया कि यहां उनके रिश्तेदार रहते हैं। उनसे मिलने आए हैं। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि वे छह छह माह के लिए मजदूरी करने आते हैं। बाद में चले जाते हैं। एक एक झुग्गी की तलाश में कोई संदिग्ध नहीं मिला। इसके अलावा टीमों ने शहर के अन्य इलाकों में भी अभियान चलाया।
अभियान जारी है। पहले दिन किसी तरह का कोई संदिग्ध नहीं मिला है। एक एक व्यक्ति का विवरण संकलित किया जा रहा है।-मृगांक शेखर पाठक, एसपी सिटी
पुलिस के समझाने पर पहचान दिखाई
यहां पुलिस को देख कुछ देर के लिए अफरा तफरी की स्थिति बन गई। मगर जब पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत किया। उन्हें बताया गया कि आपकी आड़ में कहीं कोई संदिग्ध अगर रह रहा होगा। उसके अपराध करने पर आप लोग भी झमेले में फंसेंगे। तब वे अपनी पहचान दिखाने को राजी हुए। इनमें हृदय लाल,कैलाश,मालिक राम ने पुलिस की मदद ली। पुलिस ने दिन भर में 100 से अधिक लोगों का विवरण संकलित किया है। यह अभियान आगे भी चलेगा। बता दें कि इन झुग्गियों के संबंध में नगर निगम स्तर से विवरण दिया गया है। इसके बाद यहां बाहरी तलाशे जा रहे हैं।