{"_id":"673580624ef134ed790b824a","slug":"uppsc-protest-study-on-road-my-library-is-road-of-public-service-commission-students-sitting-on-strike-2024-11-14","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"UPPSC Protest: सड़क पर ही पढ़ाई...मेरी लाइब्रेरी लोक सेवा आयोग की रोड; धरने पर बैठे छात्रों के हाथों में किताब","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
UPPSC Protest: सड़क पर ही पढ़ाई...मेरी लाइब्रेरी लोक सेवा आयोग की रोड; धरने पर बैठे छात्रों के हाथों में किताब
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: शाहरुख खान
Updated Thu, 14 Nov 2024 01:26 PM IST
सार
प्रयागराज में सड़क पर ही पढ़ाई और नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ आंदोलन भी जारी है। प्रदर्शन के तीसरे दिन धरने पर बैठे छात्रों के हाथों में किताब दिखाई। अपने भविष्य को दांव पर लगा देख छात्र धरने पर डटे हैं और अपने कॅरिअर को लेकर गंभीर भी हैं।
विज्ञापन
सड़क पर पढ़ाई करते छात्र
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग आयोग के सामने बुधवार को सड़क पर बीचों-बीच बैठकर एक अभ्यर्थी सवाल हल करते नजर आया। बगल में एक छोटे से पोस्टर पर लिख रखा था, ‘मेरी लाइब्रेरी लोक सेवा आयोग की रोड।’
पीसीएस परीक्षा के लिए फॉर्म भरने वाले छात्रों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन आयोग के सामने धरना देते हुए उन्हें परीक्षा की तैयारी भी करनी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से यह स्पष्ट किए जाने के बाद कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा अपनी नियत तिथि पर ही होगी, बुधवार को आयोग के सामने धरने पर बैठे कई छात्रों के हाथों में किताबें भी नजर आईं।
अपने भविष्य को दांव पर लगा देख छात्र धरने पर डटे हैं और अपने कॅरिअर को लेकर गंभीर भी हैं। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सात व आठ दिसंबर को प्रस्तावित है।
परीक्षा के आयोजन में एक माह से भी कम वक्त बचा है और आयोग यह घोषणा कर चुका है कि परीक्षा अपनी नियत तिथि पर ही होगी। ऐसे में आंदोलन में शामिल अभ्यर्थियों के सामने परीक्षा की तैयारी की तैयारी करना भी एक चुनौती बन गई है।
Trending Videos
पीसीएस परीक्षा के लिए फॉर्म भरने वाले छात्रों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन आयोग के सामने धरना देते हुए उन्हें परीक्षा की तैयारी भी करनी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से यह स्पष्ट किए जाने के बाद कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा अपनी नियत तिथि पर ही होगी, बुधवार को आयोग के सामने धरने पर बैठे कई छात्रों के हाथों में किताबें भी नजर आईं।
विज्ञापन
विज्ञापन
अपने भविष्य को दांव पर लगा देख छात्र धरने पर डटे हैं और अपने कॅरिअर को लेकर गंभीर भी हैं। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा सात व आठ दिसंबर को प्रस्तावित है।
परीक्षा के आयोजन में एक माह से भी कम वक्त बचा है और आयोग यह घोषणा कर चुका है कि परीक्षा अपनी नियत तिथि पर ही होगी। ऐसे में आंदोलन में शामिल अभ्यर्थियों के सामने परीक्षा की तैयारी की तैयारी करना भी एक चुनौती बन गई है।
इस वक्त परीक्षा की तैयारी को लेकर हर एक दिन महत्वपूर्ण है और अभ्यर्थी धरना स्थल भी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में उनके सामने एक ही रास्ता है कि धरना स्थल पर ही किताब लेकर तैयारी में जुट जाएं। ऐसे में कोई छात्र सड़क के बीच तो कोई छात्र किसी कोने में बैठकर पढ़ता नजर आया। बीच-बीच में छात्र धरने में शामिल होकर आयोग के खिलाफ नारेबाजी भी करते रहे।
राशन-पानी के साथ पहुंचे, एक दिन की परीक्षा का नोटिस लेकर ही लौटेंगे
एक दिन की परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन में शामिल होने पहुंचे छात्र अपने राशन-पानी की व्यवस्था के साथ आए हैं। इनकी मदद के लिए तमाम पूर्व छात्र और स्थानीय छात्र भी मदद के लिए आगे आए हैं।
मदद के लिए आगे आने वालों में कुछ ऐसे अफसर भी हैं, जो कभी अपने भविष्य के लिए किसी आंदोलन में सड़क पर उतरे थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे राशन-पानी के साथ आंदोलन में शामिल होने आए हैं और तभी लौटेंगे, जब आयोग वन डे-वन शिफ्ट की परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त करने का नोटिस जारी कर देगा। उन्हें एक दिन की परीक्षा के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं है।
एक दिन की परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन में शामिल होने पहुंचे छात्र अपने राशन-पानी की व्यवस्था के साथ आए हैं। इनकी मदद के लिए तमाम पूर्व छात्र और स्थानीय छात्र भी मदद के लिए आगे आए हैं।
मदद के लिए आगे आने वालों में कुछ ऐसे अफसर भी हैं, जो कभी अपने भविष्य के लिए किसी आंदोलन में सड़क पर उतरे थे। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे राशन-पानी के साथ आंदोलन में शामिल होने आए हैं और तभी लौटेंगे, जब आयोग वन डे-वन शिफ्ट की परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन निरस्त करने का नोटिस जारी कर देगा। उन्हें एक दिन की परीक्षा के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं है।
दिन भर भूखे-प्यासे धरने पर डटे कई छात्र ऑनलाइन माध्यम से अपने खानपान की व्यवस्था कर रहे हैं तो बीच-बीच में पाली की बोतलों का बंडल, बिस्किट और नमकीन के पैकेट भी धरना स्थल पर लाए जा रहे हैं। इन छात्रों को अपने सीनियर्स का भी साथ मिला है, जो मदद के लिए आगे आए हैं और चंदा इकट्ठा करके छात्रों के खानपान की व्यवस्था कर रहे हैं। ब्यूरो
बैरिकेडिंग पर आईडी मांगने से भड़के छात्र, पुलिस से झड़प
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट नंबर-दो के सामने छात्रों टीबी सप्रू रोड पर लगाई गई बैरिकेडिंग पर आईडी मांगने पर छात्र भड़क गए और उनकी पुलिस से तीखी झड़प हो गई। नौबत धक्कामुक्की तक आ गई। कुछ छात्रों ने बीच बचाव किया तो मामला शांत हुआ।
आयोग की ओर आने वाले तीन रास्तों पर पुलिस ने बेरिकेडिंग कर रखी है। यह बैरिकेडिंग पत्रिका चौराहा, लोक सेवा आयोग चौराहा और टीबी सप्रू रोड चौराहे पर गई है। इन तीनों बैरिकेडिंग से होकर छात्र धरने में शामिल होने के लिए आयोग परिसर तक पहुंच रहे हैं। बुधवार को टीबी सप्रू रोड पर लगी बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिस कर्मी छात्रों से उनकी आईडी मांग रहे थे।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट नंबर-दो के सामने छात्रों टीबी सप्रू रोड पर लगाई गई बैरिकेडिंग पर आईडी मांगने पर छात्र भड़क गए और उनकी पुलिस से तीखी झड़प हो गई। नौबत धक्कामुक्की तक आ गई। कुछ छात्रों ने बीच बचाव किया तो मामला शांत हुआ।
आयोग की ओर आने वाले तीन रास्तों पर पुलिस ने बेरिकेडिंग कर रखी है। यह बैरिकेडिंग पत्रिका चौराहा, लोक सेवा आयोग चौराहा और टीबी सप्रू रोड चौराहे पर गई है। इन तीनों बैरिकेडिंग से होकर छात्र धरने में शामिल होने के लिए आयोग परिसर तक पहुंच रहे हैं। बुधवार को टीबी सप्रू रोड पर लगी बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिस कर्मी छात्रों से उनकी आईडी मांग रहे थे।
पुलिस ने वहां एक रजिस्टर भी रखा था, जिसमें आने वालों का ब्योरा दर्ज किया जा रहा था। दोपहर डेढ़ बजे के आसपास धरना स्थल पर पहुंचे छात्रों ने जब अन्य अभ्यर्थियों को बताया तो बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बैरिकेडिंग पर पहुंच गए और वहां तैनात पूरामुफ्ती थानाध्यक्ष मनोज सिंह से उनकी झड़प हो गई। कुछ अन्य पुलिस कर्मी भी आगे आए, जिनकी छात्रों धक्कामुक्की भी हुई।
दस मिनट तक चले हंगामे के बाद कुछ छात्रों ने ही बीच बचाव कर मामला शांत कराया। थानाध्यक्ष मनोज सिंह ने कहा कि बैरिकेडिंग पर सिर्फ उन लोगों से आईडी मांगी जा रही है जो संदिग्ध लग रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोई उपद्रवी धरना स्थल तक न पहुंचे और माहौल शांतिपूर्ण बना रहे। किसी भी छात्र को धरने में शामिल होने से नहीं रोका गया।
दस मिनट तक चले हंगामे के बाद कुछ छात्रों ने ही बीच बचाव कर मामला शांत कराया। थानाध्यक्ष मनोज सिंह ने कहा कि बैरिकेडिंग पर सिर्फ उन लोगों से आईडी मांगी जा रही है जो संदिग्ध लग रहे हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोई उपद्रवी धरना स्थल तक न पहुंचे और माहौल शांतिपूर्ण बना रहे। किसी भी छात्र को धरने में शामिल होने से नहीं रोका गया।